चाणक्य के ऐसे दस अनमोल वचन जो आपकी लाइफ में भूचाल ला देंगे, अभी पढ़ें
चाणक्य के विचार जीवन को परिवर्तित करने के लिए अत्यंत प्रेरणादायक होते हैं। यहाँ चाणक्य के दस अनमोल वचन हैं जो आपकी जिंदगी में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं:
एक योद्धा की पहचान लड़ाईयों से होती है, चर्चाओं से नहीं। A warrior is recognized in battles, not in discussions.
"शूरसेनानां अयुध्येषु दुर्गेषु परिचितः शत्रुः।"
अपने कर्तव्य को न जानने वाला व्यक्ति अलंकारों से सुसज्जित होकर भी चमकता नहीं है। A person without knowledge of his duty does not shine, adorned with ornaments.
उचित समय में ज्ञान और प्रसिद्धि प्राप्त होती है, युवावस्था में एक महिला। One attains knowledge and fame in the appropriate time, a woman in her youth..
"काले वाग्विन्दति लब्धं स्त्री विद्यां यशस्य च।"
"यदि शत्रु न बलवान् अस्ति, तदा अपि शान्तिमाप्नोति।"
शत्रु भी शान्त हो जाता है यदि वह बलवान न हो। Even an enemy becomes peaceful if he is not strong.
"न चोरहार्यं न च राजहार्यं न भ्रातृभज्यं न च भारकारी। व्यये कृते वर्धते एव नित्यं विद्याधनं सर्वधनप्रधानम्।"
Wealth earned by dishonest means; by one's own effort at the right time, and from the right source always remains; wealth spent on righteous causes always increases.
Discipline is the strongest force for humans, more powerful than the physical strength of the body, the strength of sacrifice, or the strength of charity.
"उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्यानि न मनोरथैः। न हि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगाः।"
इच्छाओं से नहीं, प्रयासों से कार्य सिद्ध होते हैं। सोते हुए सिंह के मुख में हिरण नहीं आते।