Good night wishing images
अच्छी रात्रि को मनाने का एक अद्वितीय तरीका है कविता, उद्धरण और शायरी का उपयोग। रात के समय के लिए सुंदर शब्द, मनोरंजन का एक अहम अंग हैं जो हमारे जीवन में उत्कृष्टता और आनंद की भावना को जागृत करते हैं। यहाँ हम एक अद्वितीय ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से रात की ख़ुशी और शांति को बयान करने वाले अनमोल उद्धरणों और शायरी के विचार पर चर्चा करेंगे।
रात का समय विशेष होता है। यह वह समय है जब लोग अपने दिन की थकान और कष्ट को भूल कर अपने मन की शांति और सुख की खोज में निकलते हैं। रात के उत्कृष्ट उद्धरण और शायरी उन्हें इस सुंदर माहौल में डूबने का एक सुंदर और गहरा अनुभव प्रदान करते हैं।
अच्छी रात्रि की शुभकामनाओं और शायरी का एक अच्छा उद्धरण यह है:
"रात की तन्हाई में चाँद की चांदनी और तारों का साथ हो, खुशियों भरी सपनों में आपका मिलना हो। अच्छी रात्रि!"
यह उद्धरण रात के समय की शांति और सुख की भावना को प्रकट करता है। चाँदनी के साथ-साथ तारे भी इसे और भी ख़ास बनाते हैं। सपनों की दुनिया में खोया होना रात्रि को और भी रमणीय बना देता है।
जिंदगी के हर मोड़ पर हमें वही करना चाहिये जो
हमारा दि हमसे कहे, क्योंकि दिल जो कहता है,
वह मजबूरी नहीं, मंजूरी होती है।
दिल से बात करना और,
दिल रखने के लिए बात करना;
दोनों में बड़ा फर्क होता है।
कमियां ढूंढिए कोई दिक्कत नहीं,
पर शुरुआत जरा खुद से कीजिगा।
अपनों के हकीकत से तो वकिफ़ था,
बस रिश्ता निभाने के लिए अंजान
बना रह गया।
मन का मन कभी भरता नहीं,
इसको समझाना नहीं समझना पड़ता है।
खुशकिस्मत लोगों को मिलते हैं परवाह
करने वाले लोग, वरना हजार रिश्तों
के
बावजूद भी व्यक्ति अकेला हो जाता है।
इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको विभिन्न अद्भुत उद्धरणों, शायरी और ख़ूबसूरत शब्दों के माध्यम से रात के समय की ख़ुशी और सुख को उत्कृष्टता के साथ व्यक्त करने का यत्रा प्रस्तुत करेंगे। यहाँ हम सपनों, प्यार और शांति की भावनाओं को आत्मसात करने के लिए विशेष शब्दों का चयन करेंगे जो आपके मन को स्पर्श करेंगे और आपकी रात को सुंदर बनाएंगे।
अगर कोई आपसे उम्मीद करता है तो,
ये उसकी जरूरत से कहीं ज्यादा;
आप
पर उसका विश्वास होता है।
रात का समय भी एक अद्वितीय तरह का अनुभव होता है, जब हमारी आत्मा अपने साथ अकेलेपन को अपनाती है और हम अपने सबसे गहरे सपनों और भावनाओं के साथ मिल जाते हैं। रात की ख़ामोशी और शांति नई ऊर्जा का स्रोत होती है जो हमें नई शुरुआत के लिए प्रेरित करती है। इसी तरह, इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से हम आपको रात की ख़ूबसूरती और उसमें छिपी ख़ुशी का अनुभव कराने का प्रयास करेंगे।
आप हमारे ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से रात के समय की गहराई में गुमनाम होने का अनुभव करेंगे, सपनों की दुनिया में खो जाएंगे, और अपनी आत्मा को ध्यान और शांति के साथ समृद्ध करेंगे। यहाँ हम संवेदनशीलता, सौंदर्य, और सांत्वना की खोज करेंगे जो रात के समय में मौजूद होती हैं।
इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से, हम आपको रात की ख़ुशी और शांति को व्यक्त करने के अनेक तरीके में से good night wishes प्रस्तुत करेंगे। हम आपके साथ उत्कृष्ट उद्धरण, शायरी और गहरी विचारों का साझा करेंगे जो आपकी रात को सुंदर बनाएंगे और आपके दिन को प्रेरित करेंगे। तो आइये, इस साहसिक यात्रा में हमारे साथ जुड़ें और रात की सुंदरता का आनंद उठाएं।
प्रार्थना शब्दों से नहीं, हृदय से होनी चाहिये।
क्योंकि प्रार्थना तो ईश्वर उनकी भी सुनते हैं,
जो बोल भी नहीं सकते।
पंछी उड़ता देखकर,आया एक विचार।
मैं भी छू लूँ आसमाँ,मन को दूँ विस्तार।।
देखो तो मुहब्बत असर कर रही है,
दुआओं से मेरी ये झोली भरी है।।
बहुत खूबसूरत लगी ज़िन्दगी अब।
तुम्हारी नज़र जबसे मुझपे पड़ी है।।
हमारा अस्तित्व हमारे कर्म से है,
किसी के नजरिए से नहीं।
आते जाते सब यहाँ, पूछें मेरा हाल।
मुझको खुद ही कब पता, क्यों हूँ मैं बेहाल।।
ईश्वर कभी किसी का भाग्य नहीं लिखता जीवन के हर कदम पर हमारी सोच हमारा व्यवहार और हमारे कर्म ही हमारा भाग्य लिखते हैं। इसलिए हमेशा अपनी सोच पॉजिटिव, व्यवहार नम्र और कर्म अच्छे करते रहें ।
इस दुनिया में सबसे कीमती है समय, लेकिन समय से भी ज्यादा महंगी भावनाएं होती हैं। जो इन्हें समझे उसी पर खर्च करो।
इस किनारे पर हम उस किनारे पर तुम।
कभी संगम तो होगा घड़ी दो घड़ी ।।
हैं उजाले मुहब्बत के दिल में अगर।
रौशनी की तरह झिलमिलाओ न तुम।।
दोस्त ऐसा कहीं भी मिलेगा नहीं।
मुझसे बेहतर मिले तो बताओ न तुम।।
माना कि सादगी व ईमानदारी का दौर नहीं है। पर भरोसा रखो, सादगी और ईमानदारी से बड़ा कुछ और नहीं है !
सादगी होती ही गज़ब की,
शहरों में अब दिखती कहाँ।
गाँव की गोरी के जैसे सज सँवर कर देखिए।।
है असर भी बेअसर इन तिरछी निग़ाहों का।
साथ में साया है जो, मेरी माँ की दुआओं का ।।
हौंसलों में जीत के ही रंग भरकर के।
तितलियों को फिर बताया भेद फूलों का।।
आंसू निकल पड़े उसको दूर जाते देखकर,
आंख खुली एहसास हुआ इश्क सोते हुए भी रुलाया।
हसीन ख्वाब तो बहुत देखे हमने पर कभी सच ना हुए,
जो ख्वाब सच हुए वे तो हमारी नींदें ही उड़ा दी।
काश फुरसत में उन्हें भी ये ख्याल आ जाए!
कि कोई याद करता है, जिंदगी समझकर!!
!! शुभ रात्रि मित्रों !!
बखूबी छुपा लेती है हंसती हुई मुस्कुराहटें,
दर्द सारे अपने ज़हन में छुपे हुए जाने कैसे।
अदब से झुकी हुई पलकें पीड़ा झलकने नहीं देती,
चाहे घाव जिंदगी ने दिए हों कितने भी गहरे।
!! शुभ रात्रि दोस्तों !!
हाथों का छूटना अब और नहीं अखरता,
पढ़ चुका है फर्क इतना कि कोई फर्क नहीं पड़ता।
तुमने फेरी लाख नरमी से नजर,
दिल के आईने में तो बल आ ही गया।
सांसों में मेरी नजदीकियों का इत्र घोल दे!
मैं ही क्यों इश्क जाहिर करूं तू भी कभी बोल दे!!
एक तुम हो जब फुर्सत में होते हो,
तो हमारा ख्याल करते हो। और एक
हम है कि तुम्हारे खयालों से ही फुर्सत नहीं।
!! शुभ रात्रि दोस्तों !!
उन्हें चाहने की खता तो कि हमने पर,
उन्हें भुलाने का गुनाह ना कर सके।
उनकी जुदाई में तड़पते हैं दिन-रात पर,
उनकी यादों को कभी जुदा ना कर सके।।
झूठ कहूं तो लफ़्ज़ों का दम घुटता है...!
सच कहूं तो लोग खफा हो जाते हैं...!!
!! शुभ संध्या वंदन !!
तुम्हारा मिलना इत्तेफाक ना था कभी,
एक उम्र की तन्हाई का मुआवजा है तू।
जल्दी में जो निकले उन्हें ठिकाने मिल गए,
मैं रुक क्या गया मुझे तजुर्गों के ख़ज़ाने मिल गये।।
बंद सीप में कौन देखता है मोती को यहां,
नकाब जो उतरा शहर में कई दीवाने मिल गए।
खिलती कली से मिलने आते थे,
फूल मुरझाया भवरों को भी बहाने मिल गए।
मिलते नहीं कोई घाव जब तन्हाई ने राज किया,
उनका दीदार क्या हुआ कई जख्म पुराने मिल गए।।
हर रंग तुझसे, तुझसे ही जीवन में सवेरा,
मेरा सब कुछ बस तू ही। फिर भी
क्यों तुझ पर कोई हक नहीं है मेरा......!!
!! शुभ संध्या वंदन !!
जुनून इश्क का था कट जाती थी रातें खयालों में,
सजा इश्क आई तो हर लम्हा सदियों सा लगा।
!! शुभ रात्रि दोस्तों !!
बचपन में... जहां चाहा हंस लेते थे।
जहां चाहा रो लेते थे..! पर अब....
मुस्कान को तमीज चाहिए, आंसुओं को तन्हाई!!
तुमने रंग रंग के बंदे देखे हैं, पर
हमने एक ही बंदे में.... सब रंग देखे हैं !!
अच्छा लगता है हर रात तेरे ख्यालों में खो जाना,
जैसे दूर हो
कर भी तेरी बाहों मे सो जाना।
जागती आँखों में हसीन सपने जो बुनें।
अब उन्हें पाकर कभी सोना नहीं।।
जीत का सुरमा लगाकर आँखों में।
आँसुओं से फिर कभी उन्हें धोना नहीं।।