Heart touching 2 line shayari | Emotional shayari in Hindi
Life 2 Line Shayari
जहर दिल में है जुबां गुड़ की डली है यारों;
निंदा की बौझार से हुनर कहाँ झुकता है,
धूल की उड़ान से सूर्य कहाँ छुपता है।।
जानते पहचानते लोग किसी काम के नहीं निकले,
अंजान लोगों ने उम्मीद से ज्यादा मदद की..!!
अच्छा हुआ तुम किसी और के हो गए,
चलो खत्म हुई फिक्र तुम्हें अपना बनाने की..!!
मौत कि ख्वाहिश अब नहीं करेंगे हम,
तड़पता हुआ देखना है तुम्हें गैर के लिए..!!
आज अचानक ही नाम पूछ लिया उसने मेरा,
और उसी का बता दिया मैंने ख़ुशी के मारे !!
लिबास बदल कर भी रूह नही बदलती,
वैसे ही आधी अधूरी कहानी कभी मुकम्मल नही होती !
मेरा दिल जिस दिल पे फिदा है,
फिलहाल वो कमीना लापता है !
इबादत के चिरागों से बदल जाती हैं तक़दीरें..
इश्क में लड़कों की नजरों से शुक्र गुजार रहा करो,
तुम्हारी साधारण सी शक्ल को;
चाँद कहा जाता है..!!
रोता तो वो है जो लिखता है,
पढ़ने वाले तो हमेशा वाह वाह करते हैं।।
अंधेरी रात के आंसू अक्सर ख़ुदा से बात करते हैं !
जान गवा बैठा जिसने खेला ये खेल दिलो का,,
तुझे खोना मेरा मुकद्दर था..
तू किसी और की तकदीर थी ।
कि वक्त के क्रूर चाल का भरोसा नहीं।
जी लो आज कल का भरोसा नहीं।।
दे रहे हैं जो अगले जन्म की खबर।
उन्हें अगले ही पल का भरोसा नहीं!!
जी भर के देख रहे है सूरत अपनी जबसे,
आएना भी आशिक् हो गया आपका तब्से।
कही मुझे भी बेवफा ना समझ जायें आप,
डर उसको है ख़फ़ा किया हमने आपको जबसे।।
मिट्टी कि दिवारों कि तरह समेटा है मैने तुझे,
उम्मीद यही लगाऐ बैठा हूं;
बारिश में बिखर मत जना।।
दुनियाँ हौसले तोड़ती है,
ठोकर आपको जोड़ती है।
ये मतलबी दुनियाँ सारी,
मुश्किल में तन्हा छोड़ती है।।
साथ रहते हो मगर साथ नहीं रहते हो,
ऐसे रिश्ते को निभाने की जरूरत ही क्या है..!!
किसी के पास बहुत कुछ है खुदा का दिया हुआ,
किसी के पास सिवाए खुदा के कुछ भी नहीं है.!!
कमज़ोर लोग बदला लेते हैं,
और मज़बूत लोग माफ कर देते हैं।
खामोशियों की गूंज बड़ी गहरी होती है,
दिल तो क्या पत्थर भी चीर देती है।
ज़मीन पाँव तले से खिसक भी सकती है।
न कर गुरूर अगर उसने शौहरतें दी हैं।।
कम उम्र की जिम्मेदारी,
बचपन की मासूमियत छीन लेती हैं।
कितनों की पसंद थी तुम; पर
मेरी किस्मत की लकीरें तुम्हें मेरे पास खींच लाई !!
जिंदगी ठीक-ठाक नहीं चल रही है दोस्तों !
बिना बताए चला जाऊं तो माफ़ करना मुझे दोस्तों !
न्याय सिर्फ अन्याय करने वालों का गुलाम है,
तुम्हें इंसाफ कभी नहीं मिलेगा;
सच के रास्ते जो पकड़े गए हो !
इतनी कोशिश मत किया करो,
कि प्यार.. प्यार नहीं.. व्यापार लगें !
ईमानदारी अपनी जगह है,
पर घमंड उस पर ठीक नहीं!
शाम भी हो गई धुंधला गई आंखें भी मेरी,
भूलने वाले मैं कब तक तेरा रास्ता देखूं !
किस्मत एक ऐसे शख़्स से ज़रूर मिलवाती है,
जो तुम्हारी अच्छी खासी ज़िंदगी का सत्यानाश कर देता है !
आजकल बात कहां होती है हमारी;
बस देखा जा रहा है कि परवाह किसको है !!
बोलकर नहीं करके दिखाइए;
क्यूंकि लोग आपको सुनना नहीं देखना पसंद करते है।
दौलत खूब कमाना बस,
किसी गरीब का हक मत खाना!!
दोस्ती इतनी गहरी होनी चाहिए कि; समझ
में ही ना आये किसने किसको बिगाड़ा है !
मुझको मालूम है हर एक की हकीकत साहब !
मैं जान बूझकर खुद को परदे में रखता हूं !
मत बन "खुदा" किसी के वास्ते !
बस इंसान बन जा "इंसान" के वास्ते !
मुझे अपनी दिल की गहराई ही समझो !
क्योंकि गहराई से आवाज वापस नहीं आती।
तुम में से मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, क्योंकि,
मैंने खुद ही अपना सब कुछ बिगाड़ रखा है..!
क्यों करते हो मेरे दिल पर इतना सितम,
याद करते नहीं तो याद आते क्यों हो..!!
हर किसी के लिए दिल बेकरार ना कीजिए,
मोहब्बत कीजिए मगर व्यापार ना कीजिए !!
झाड़ू भी लगा दिया करूँगा,
सिर्फ बाल सवांरने तक इश्क नहीं है मेरा !
तू बिखर चुकी है मैं जानता हूं !
मैं समेट लूंगा.. यकीन तो रख..!!
प्यार का पता नहीं पर एक दोस्त हैं,
जो हर वक्त साथ देता है..
अनदेखे बेनाम धागों में यूं बांध गया कोई,
कि वो साथ भी नहीं और हम आजाद भी नहीं !!
ज़िंदगी की उस मुक़ाम पर खड़ा हूं ऐ हकीम !
सांस तो ले रहा पर जीने का इरादा नहीं,,,,।
मजे दोनों बराबर ले रहे है..
कभी मैं ज़िन्दगी का।
कभी ज़िन्दगी मेरा,
किसी रात जागो तुम भी हमारी यादों में,
समझ लेंगे इश्क हमारा भी मुकम्मल हो गया !!
बड़े ईमान से रोया है आसमान आज,
लगता है फिर किसी की मोहब्ब्त का जनाजा उठा है !!
खुदा भी जब तुम्हे, मेरे पास देखता होगा,
कितनी अनमोल चीज देदी,सोचता होगा !
सफलता मिले ना मिले,
पर निगाहें लक्ष्य से हटने ना दे !
चैन से खुद को नहीं मिल पाते हैं,
तुमसे क्या खाक़ मिले होंगे॥
साथ होने के लिए हमेशा,
पास खड़े होने की ज़रूरत नहीं होती।
कई शाम गुजर गई कई राते गुजर गई !
ना गुजरा तो सिर्फ एक लम्हा वो तेरे इंतजार का !
बहुत खूबसूरत होते हैं वो रिश्ते,
जो बुरे वक्त में साथ देते हैं।
कामयाब होने के लिए अकेले हीं बढ़ना पड़ता है।
लोग तो पीछे तब आते है,
जब आप क़ामयाब होने लगते है।
भूल शायद बहुत बड़ी कर ली,
दिल ने बिना दिल वालों से दोस्ती कर ली।
फैसला जो कुछ भी हो मंजूर होना चाहिए।
जंग हो या इश्क़ भरपूर होना चाहिए।।
मैं गवाही नहीं देता झूठी दलीलों से,
हारा हुआ इश्क़ कभी जीता नहीं गया वकीलों से।
इतना तो मकड़ी भी अपने जाल में खुद नहीं,
उलझती जितना आदमी अपने ख्यालों में उलझ जाता है।
रोज़ रातों में रोकर सोना तुमसे कब तक देखा जाएगा।
अब तो अपनी किरणों से मेरे जीवन का मिटा दो !
आज तुम्हारी याद खाए जा रही है !
क्या जरुरत थी मुद्दतों बाद ख्वाबो में आने की।
हलकी फुलकी सी है ज़िंदगी,
बोझ तो बस ख्वाहिसों का है।
और हार मान लिया हूं मै ऐ ज़िंदगी !
इंतज़ार तो बस मेरे मौत का है।
दुनिया में ज़ुबान ही एक ऐसी चीज़ है,
जिसमें ज़हर और शक्कर साथ में पाये जाते हैं।
मै आपनी ज़िंदगी की दांंस्ता,
अब दोहराना नहीं चाहता।
जो बीत गयी उस रात को,
अब रौशनी दिखाना नहीं चाहता।।
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