Heart Touching 2 Line Shayari
किसी ने पूछा मोहब्बत क्या होती है,
जवाब तो नहीं दे पाया मगर याद तुम्हीं आए।
कभी उम्मीदें उधड़ जाएं तो मेरे पास ले आना,
मैं हौसलों का दर्जी हूं मुफ्त में रफू कर दूंगा।।
झुककर सहना छोड़ दिया जुबान खींच लेंगे।
अगर अब किसी ने मेरे पर अंगुली उठाई।।
इंतजार हार गया क्योंकि किसी की
जिद किसी के दर्द से बड़ी निकली।
खास होने का भ्रम ना पालें,
पाकर भी लोग बेहतर की तलाश में रहते हैं।
रं+डी और किस्मत पर कभी भरोसा मत करना,
साली कभी भी पलट सकती है।
अब तुम इस दिल से निकल गए हो, मरो
या किसी से मरवाओ, हमें घंटा फर्क नहीं पड़ता।
चुगली की धार इतनी तेज होती है कि
खून के रिश्ते को भी काट कर रख देती है।
छोड़ दिया हमने लोगों के साथ चलना, जिससे
जितनी मोहब्बत कि उसने उतना गिरा हुआ समझा।
इंसान की सोच यदि तंग हो जाती है,
तो खूबसूरत जिंदगी भी जंग हो जाती है।
जुर्म तो सबने किए हैं इस जहां में,
जिसका सामने आ गया, वो बदनाम हो गया।
बड़ा हादसा होने से अच्छा यही है, कि
छोटी छोटी गलतियों से हमें संभल जाना चाहिए।
अगर कोई पूछेगा हमारी मोहब्बत की कहानी,
हम तो यही कहेंगे कि एक मुलाकात को तरस गए।
तुम्हीं कहां करते थे कि सबसे अच्छा हूं मैं, तो
दूर होते वक्त मुझमें यह बुराईयां कहां से आ गई।
वो बदले तो हम भी कहां पुराने से रहे,
वो आने से रहे तो हम भी उन्हें बुलाने से रहे।
मेरी जान तूं कितनों को गम में डुबाएगी,
और बता, बिजनेस तेरा यहीं तक था
कि शादी के बाद भी चलाएगी।
तुम मुझे नहीं छोड़ोगी यह मुझे पता था,
मगर ये नहीं पता था की कहीं का नहीं छोड़ोगी।
हवा भी नहीं लगेगी ऐसे काट कर जाएगी। बात करेगी कहीं और नाम बुआ के लड़के का बताएगी।
हर लड़की के होंठों को चूमने की कोशिश ना कर दोस्त, क्या पता वो किसी का लौ.. चूसकर आई हो।
फिर नहीं बसते वो दिल जो उजड़ जाते हैं ग़ालिब,
कब्रों को सजाने से मुर्दे जिंदा नहीं हुआ करते।।
कुछ वक्त की रवानी ने यूं बदल दिया गालिब!
वफा पर कायम हैं मगर मोहब्बत छोड़ दी हमने।
गुज़र गई तमाम उम्र उसी शहर में जहाँ,
वाक़िफ़ सभी थे पर कोई पहचानता न था।
कैसे बुरा कह दूं तेरी बेवफाई को,
यही तो है जिसने मुझे मशहूर किया है।
देखकर परेशान हूं रिवाज दुनिया का,
अब झूठ बोलकर भी लोग शर्मिंदा नहीं होते।।
इस दौर में वफाओं की उम्मीद जिससे की,
आकर उसी के हाथ का पत्थर लगा मुझे।
हर मोड़ पर मिल जाते हैं हमदर्द हजारों,
शायद मेरी बस्ती में अदाकार बहुत हैं।
धज्जियां उड़ती देखी है अपनी ख्वाहिशों की,
यूं ही नहीं सीखा हमने तसल्ली रखना।
जब जिंदगी समंदर में गिराती है ना,
तो वक्त तैरना भी सिखा देता है।
तुम जिंदगी में आ तो गए हो मगर ख्याल रखना,
हम जान तो दे देंगे, मगर जाने नहीं देंगे।
शर्तों पर सुल्तान बने रहने से बेहतर है,
अपनी ही मौज का फकीर बने रहना।
धड़कनें आजाद हैं पहरे लगाकर देख लो,
प्यार छुपता ही नहीं तुम छुपाकर देख लो।
यहां की राजनीति से बचना,
तुम्हारी आंखें बेच देंगे चश्मे का वादा करके।
किसी सफ़र में बिछड़े हुए मुसाफिर की तरह,
तूं वो मलाल है जो उम्र भर रहेगा।।
पसंदीदा शख्स का बिछड़ जाना,
जिंदगी के सारे शौक खा जाता है।
दवा की बोतल में कभी तो प्यार बेचो यार,
ना जाने कितने तो तन्हाई से मर जाते हैं।
कभी कभी जीते जी भी कन्धा दे दिया करो,
जरुरी नहीं हर रस्म मौत के बाद भी निभाई जाए।
नुमाइश करने से इश्क बढ़ नहीं जाता,
इश्क़ तो वो भी करता है जो इजहार नहीं करता।
जिनके आंगन में अमीरी का सज़र लगता है,
उनका हर ऐब जमाने को हुनर लगता है।
कोई दीदार तक को तरस गया।
किसी को दिखाए गए तिल सारे।।
यादें ही तो जिंदगी का खजाना है..
बाकी तो सबको खाली हाथ ही जाना है।
जो मौत से ना डरता था बच्चों से डर गया,
एक रात जब मजदूर खाली हाथ घर गया।
तू प्रलय तक धरने पर बैठ किस्मत,
मैं कोशिशों से कभी इस्तीफा नहीं दूंगा ।।
चले जाएंगे तुझे तेरे हाल पे छोड़कर,
कदर क्या होती है तुझे वक्त सिखा देगा।
परवाह ना कर तमाशे होते रहेंगे ताउम्र,
तू ये ख्याल रख कि किरदार बेदाग रहे।
जिंदगी में बेशर्म भी होना जरूरी है,
दुनिया मतलबी है बिन मांगे कुछ नहीं देती।
होना है कत्ल मेरा ये मालूम है मुझे,
लेकिन खबर नहीं कि किसकी नजर में हूं।
तेरी शर्तों पर ही करना है तुझको कबूल,
ये सहूलत तो मुझको सारा जहां देता है।
गुजरते लम्हों में सदियां तलाश करता हूं,
प्यास इतनी है कि नदियां तलाश करता हूं।
इंसान कितना अजीब प्राणी है, 😀
कुत्तों से वफादारी नहीं, POSITION सिखता है।
यहां पर लोग गिनाते है खूबियां अपनी अपनी,
मैं अपने आप में ही कमियां तलाश करता हूं।।
ये इश्क़ या मोहब्बत की रवायत भी अजीब है,
जिसे पाया ही नहीं उसे खोना भी नहीं चाहते।
हमारी तड़प तो कुछ भी नहीं है हूजूर,
सुना है आपके दीदार को आइना तरसता है।
मेरी तमन्ना न थी तेरे बगैर रहने की, पर
मजबूर की मजबूरियां उसे मजबूर कर देती हैं।
अजनबी तो थे हम पर ऐसा कभी लगा नहीं,
बातें जब शुरू हुई, तुमसा कोई लगा नहीं।
यादों की कीमत वो क्या जाने
जो वादों को खुद मिटा दिया करते हैं।
पूछना ही है तो उनसे पूछो,
जो यादों के सहारे जिंदगी बिता दिया करते हैं।।
रास्ते रोक देने से सफर नहीं रूका करते,
हम तब भी महकेंगे जब मौसम पतझड़ का होगा।
धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो,
जिंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो।
जिसकी नैया तैरती बैठे सब उस संग,
जो फंसता मझधार में, लड़े अकेला जंग।
मैं आज ज़द पे अगर हूं तो खुश गुमान ना हो,
चिराग सबके बुझेंगे, हवा किसी की नहीं।
छिप जाएं कहीं आ कि बहुत तेज है बारिश,
ये मेरे तेरे जिस्म तो मिट्टी के बने हैं।
उसी को जीने का हक है जो इस जमाने में,
इधर का लगता रहे और उधर का हो जाए।
भागता रहा उम्र भर चांद के पीछे..;
हाथ से मेरे तो आसमां निकल गया।
क्यों करती हो मुझसे इतनी खामोश मोहब्बत,
लोग समझते हैं इस बदनसीब का कोई नहीं।
तोड़े हो जो तुमने, मेरे ख्वाब दोगे क्या,
मैं तन्हा क्यों हुआ तुम जवाब दोगे क्या।
करके बेवफाई अब तुम मंदिर को चले हो,
मेरे हर आंसू का तुम हिसाब दोगे क्या।
शीशे की अदालत में पत्थर की गवाही है,
क़ातिल ही लुटेरा है,क क़ातिल ही सिपाही है।
मुझको मंजूर है गलियों में तमाशा बनना,
शर्त यह है कि गलियां मेरे दिलदार की हों।
यूं तो मिल जाएगी मोहब्बत मेरे बाद भी तुम्हें,
पर चांद और चिराग में फर्क तो होगा ।
तबाह होकर भी तबाही दिखती नहीं,
ये इश्क है जनाब, जिसकी दवा कहीं बिकती नहीं।
जो आंखों में बसे हों वही सपना तोड़ देते हैं।
बहुत मजबूत लोगों को भी अपने तोड़ देते हैं।।
कहें क्या खेल ऐसा भी कभी कुदरत जो करती है। जो काशी जीत जाता है अयोध्या हार जाता है।
बनके एक हादसा बाजार में आ जाएगा। ना जाने कब कौन अखबार में आ जाएगा।। कद्र करो चोर उचक्कों की कि मालूम नहीं। कौन कब कौन सी सरकार में आ जाएगा।।
खूं पिलाकर जो शेर पाला था, उसने सर्कस में नौकरी कर ली।
तारीफों के मोहताज नहीं होते कभी अच्छे लोग, क्योंकि फूलों पर भी इत्र नहीं लगाया जाता…!
हमने पहाड़ काट के रास्ता बना लिया।
कदमों में आसमान को अपने झुका लिया।।
ऐसे ही नहीं आए मेरे घर में उजाले,
बुझने लगे च़राग जब, हमने तो दिल जला लिया।।
तस्वीर उस अमीर की
लाखों में बिक
गयी।
जिसमें बगैर रोटी के
बच्चा उदास था।।
कोई इल्जाम रह गया हो तो वह भी लगा दो।
पहले से हम बुरे थे ही, अब और बुरा बना दो।।
तूने हमेशा आने में देर कर दी; मुर्शद..
मैनें तो हमेशा अपनी घड़ी को खराब समझा।
सीने पर जो जख्म है, सब फूलों के गुच्छे हैं।
हमें पागल ही रहने दो, हम पागल ही अच्छे हैं।।
HEART TOUCHING SHAYATI
घास के तिनके जो थे बेकार कूड़े में शुमार,
चंद चिड़ियों के हुनर से आशियाने हो गए।
हम भी कोशिश करेंगे तुम्हें भूलने की;
पर तुम भी अब हमें याद मत करना।
हम तो हो गए बर्बाद तुम्हारे लिए;
पर तुम और किसी को बर्बाद मत करना।।
दर्द की भी अपनी एक अदा है।
वह भी केवल सहने वालों पर ही फ़िदा है।।
रात गहरी थी हम डर भी सकते थे,
हम जो कहते थे वो कर भी सकते थे।
तुम जो बिछुड़े तो एकबार ये भी ना सोचा,
हम तो पागल थे मर भी सकते थे।।
मेरी उजड़ी हुई बस्ती को, यूंही सुनसान रहने दो।
खुशियां राश नहीं आती, मुझे परेशान रहने दो।।
होने थे जितने खेल मुकद्दर के हो गए।
हम टूटी नाव लेकर समन्दर के हो गए।।
कि, खूश्बू हमारे हाथ को छूकर गुजर गयी।
हम फूल सबको बांटकर पत्थर के हो गए।।
दिल जीत ले वो नजर हम भी रखते हैं।
भीड़ में नजर आएं, वो असर हम भी रखते हैं।।
तीखी बातें हैं, पर जख्म नए तो नहीं हैं।
इन काटों से हम डरे भी नहीं हैं।।
क्या हुआ जो ठुकरा दिया मुझे तुमने?
अरे इश्क में हारे हैं, कोई मरे तो नहीं हैं।।
मिट्टी उठा रहा है मेरे कब्र से कोई।
मर जाने के बाद भी याद आ रहा है कोई।।
कुछ पल की मोहल्लत और दे दे ऐ खुदा।
उदास मेरी कब्र से फिर जा रहा है कोई।।
नजर है, नजर की नजर से ना देखो।
नजर को नजर की नजर लग जाएगी।।
ग़र नजर को नजर की नजर लग गयी।
तो नजर को नजर की नजर कहां आएगी।।
अब एक अजीब सा मंजर नजर आता है।
हर एक आंसू समन्दर नजर आता है।
कहां रखें अब शीशे का दिल अपना ?
हर किसी के हाथ में पत्थर नजर आता है।।
जहर दिल में है जुबां गुड़ की डली है यारों;
ये जो दुनिया है बस ऊपर से भली है यारों..
निंदा की बौझार से हुनर कहाँ झुकता है,
धूल की उड़ान से सूर्य कहाँ छुपता है।।
जानते पहचानते लोग किसी काम के नहीं निकले,
अंजान लोगों ने उम्मीद से ज्यादा मदद की..!!
Heart touching 2 line shayari
अच्छा हुआ तुम किसी और के हो गए,
चलो खत्म हुई फिक्र तुम्हें अपना बनाने की..!!
मौत कि ख्वाहिश अब नहीं करेंगे हम,
तड़पता हुआ देखना है तुम्हें गैर के लिए..!!
आज अचानक ही नाम पूछ लिया उसने मेरा,
और उसी का बता दिया मैंने ख़ुशी के मारे !!
EMOTIONAL SHAYARI
लिबास बदल कर भी रूह नही बदलती,
वैसे ही आधी अधूरी कहानी कभी मुकम्मल नही होती !
मेरा दिल जिस दिल पे फिदा है,
फिलहाल वो कमीना लापता
है !
इबादत के चिरागों से बदल जाती हैं तक़दीरें..
इश्क में लड़कों की नजरों से शुक्र गुजार रहा करो,
तुम्हारी साधारण सी शक्ल को;
चाँद कहा जाता है..!!
रोता तो वो है जो लिखता है,
पढ़ने वाले तो हमेशा वाह वाह करते हैं।।
अंधेरी रात के आंसू अक्सर ख़ुदा से बात करते हैं !
जान गवा बैठा जिसने खेला ये खेल दिलो का,,
तुझे खोना मेरा मुकद्दर था..
तू किसी और की तकदीर थी
।
कि वक्त के क्रूर चाल का भरोसा नहीं।
जी लो आज कल
का भरोसा नहीं।।
दे रहे हैं जो अगले जन्म की
खबर।
उन्हें अगले ही पल का भरोसा नहीं!!
जी भर के देख रहे है सूरत अपनी जबसे,
आएना भी आशिक् हो गया आपका तब्से।
कही मुझे भी बेवफा ना समझ जायें आप,
डर उसको है ख़फ़ा किया हमने आपको जबसे।।
मिट्टी कि दिवारों कि तरह समेटा है मैने तुझे,
उम्मीद यही लगाऐ बैठा हूं;
बारिश में बिखर मत जना।।
दुनियाँ हौसले तोड़ती है, ठोकर आपको जोड़ती है।
ये
मतलबी दुनियाँ सारी, मुश्किल में तन्हा छोड़ती है।।
साथ रहते हो मगर साथ नहीं रहते हो,
ऐसे रिश्ते को निभाने की जरूरत ही क्या
है..!!
किसी के पास बहुत कुछ है खुदा का दिया हुआ,
किसी के पास सिवाए खुदा के कुछ भी नहीं
है.!!
कमज़ोर लोग बदला लेते हैं,
और मज़बूत लोग माफ कर
देते हैं।
खामोशियों की गूंज बड़ी गहरी होती है,
दिल तो क्या पत्थर भी चीर देती है।
ज़मीन पाँव तले से खिसक भी सकती है।
न कर गुरूर अगर उसने शौहरतें दी हैं।।
कम उम्र की जिम्मेदारी,
बचपन की मासूमियत छीन लेती
हैं।
कितनों की पसंद थी तुम; पर
मेरी किस्मत की लकीरें तुम्हें मेरे पास खींच लाई
!!
HEARTFELT EMOTIONAL SHAYARI
जिंदगी ठीक-ठाक नहीं चल रही है दोस्तों !
बिना बताए चला जाऊं तो माफ़ करना मुझे दोस्तों !
Heart Touching 2 Line Shayari
न्याय सिर्फ अन्याय करने वालों का गुलाम है,
तुम्हें इंसाफ कभी नहीं मिलेगा;
सच के रास्ते जो पकड़े गए हो !
इतनी कोशिश मत किया करो,
कि प्यार.. प्यार नहीं.. व्यापार लगें !
ईमानदारी अपनी जगह है,
पर घमंड उस पर ठीक नहीं!
शाम भी हो गई धुंधला गई आंखें भी मेरी,
भूलने वाले मैं कब तक तेरा रास्ता देखूं !
किस्मत एक ऐसे शख़्स से ज़रूर मिलवाती है,
जो अच्छी खासी ज़िंदगी का सत्यानाश कर देता है !
आजकल बात कहां होती है हमारी;
बस देखा जा रहा है कि परवाह किसको है !!
बोलकर नहीं करके दिखाइए;
क्यूंकि लोग आपको सुनना नहीं देखना पसंद करते है।
दौलत खूब कमाना बस,
किसी गरीब का हक मत खाना!!
दोस्ती इतनी गहरी होनी चाहिए कि; समझ
में ही ना आये किसने किसको बिगाड़ा है !
मुझको मालूम है हर एक की हकीकत साहब !
मैं जान बूझकर खुद को परदे में रखता हूं !
मत बन "खुदा" किसी के वास्ते !
बस इंसान बन जा "इंसान" के वास्ते !
मुझे अपनी दिल की गहराई ही समझो !
क्योंकि गहराई से आवाज वापस नहीं आती।
तुम में से मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, क्योंकि,
मैंने खुद ही अपना सब कुछ बिगाड़ रखा है..!
क्यों करते हो मेरे दिल पर इतना सितम,
याद करते नहीं तो याद आते क्यों हो..!!
हर किसी के लिए दिल बेकरार ना कीजिए,
मोहब्बत कीजिए मगर व्यापार ना कीजिए !!
झाड़ू भी लगा दिया करूँगा,
सिर्फ बाल सवांरने तक इश्क नहीं है मेरा !
तू बिखर चुकी है मैं जानता हूं !
मैं समेट
लूंगा.. यकीन तो रख..!!
प्यार का पता नहीं पर एक दोस्त हैं,
जो हर वक्त साथ देता है..
अनदेखे बेनाम धागों में यूं बांध गया कोई,
कि वो साथ भी नहीं और हम आजाद भी नहीं !!
ज़िंदगी की उस मुक़ाम पर खड़ा हूं ऐ हकीम !
सांस तो ले रहा पर जीने का इरादा नहीं,,,,।
मजे दोनों बराबर ले रहे है..
कभी मैं ज़िन्दगी
का, कभी ज़िन्दगी मेरा।
किसी रात जागो तुम भी हमारी यादों में,
समझ लेंगे इश्क हमारा भी मुकम्मल हो गया !!
Emotional shayari in Hindi
बड़े ईमान से रोया है आसमान आज,
लगता है फिर किसी की मोहब्ब्त का जनाजा उठा है !!
खुदा भी जब तुम्हे, मेरे पास देखता होगा,
कितनी अनमोल चीज देदी,सोचता होगा !
सफलता मिले ना मिले,
पर निगाहें लक्ष्य से हटने ना दे !
चैन से खुद को नहीं मिल पाते हैं,
तुमसे क्या खाक़
मिले होंगे॥
साथ होने के लिए हमेशा,
पास खड़े होने की ज़रूरत नहीं होती।
कई शाम गुजर गई कई राते गुजर गई !
ना गुजरा तो सिर्फ एक लम्हा वो तेरे इंतजार का !
बहुत खूबसूरत होते हैं वो रिश्ते,
जो बुरे वक्त में
साथ देते हैं।
कामयाब होने के लिए अकेले हीं बढ़ना पड़ता है।
लोग तो पीछे तब आते है,
जब आप क़ामयाब होने लगते है।
भूल शायद बहुत बड़ी कर ली,
दिल ने बिना दिल वालों से दोस्ती कर ली।
फैसला जो कुछ भी हो मंजूर होना चाहिए।
जंग हो या इश्क़ भरपूर होना चाहिए।।
मैं गवाही नहीं देता झूठी दलीलों से,
हारा हुआ इश्क़ कभी जीता नहीं गया वकीलों से।
इतना तो मकड़ी अपने जाल में नहीं उलझती जितना आदमी अपने ख्यालों में उलझ जाता है।
रोज़ रातों में रोकर सोना तुमसे कब तक देखा जाएगा।
अब तो अपनी किरणों से मेरे जीवन का मिटा दो !
आज तुम्हारी याद खाए जा रही है !
क्या जरुरत थी मुद्दतों बाद ख्वाबो में आने की।
हलकी फुलकी सी है ज़िंदगी,
बोझ तो बस ख्वाहिसों का
है।
और हार मान लिया हूं मै ऐ ज़िंदगी !
इंतज़ार तो बस मेरे मौत का है।
दुनिया में ज़ुबान ही एक ऐसी चीज़ है,
जिसमें ज़हर और शक्कर साथ में पाये जाते हैं।
मै आपनी ज़िंदगी की दांंस्ता,
अब दोहराना नहीं चाहता।
जो बीत गयी उस रात को,
अब रौशनी दिखाना नहीं चाहता।।