Navratri 2024 special wishing

नवरात्री नवां दिन: माता सिद्धिदात्री
या देवी सर्वभूतेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥
नवरात्री सातवां दिन: माता कालरात्रि
एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।
लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी॥
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा।
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयंकरी॥
नवरात्री छठा दिन: माता कात्यायनी
या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
ॐ देवी कात्यायन्यै नमः
नवरात्री पांचवा दिन: माता स्कन्दमाता
सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी।।
नवरात्री चौथा दिन: माता कूष्मांडा
सुरासम्पूर्णकलशं, रुधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपद्माभ्यां, कूष्मांडा शुभदास्तु मे।।
या देवी सर्वभूतेषु मां कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
नवरात्री तीसरा दिन: माता चंद्रघंटा
पिण्डजप्रवरारूढ़ा ण्डकोपास्त्रकेर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता॥
या देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमो नम:।।
मां की भक्ति में डूबा है सारा संसार,
मां की महिमा का नहीं है कोई पार।
अपने भक्तों पर मां करती हैं महिमा अपरंपार,
हे मां! तेरी जय हो बारम्बार।।


Mata rani shayari
ना गिन के दिया, ना तौल के दिया,
मेरी मैया ने जब भी दिया, दिल खोल के दिया।
🚩🚩 जय जय मां दुर्गे 🚩🚩

कैसे कह दूं की मेरी हर पुकार बेखबर हो गई,
मै जब भी रोया, मेरी मैया को
खबर हो गई।
माता रानी वरदान न देना हमें।
बस थोड़ा सा प्यार देना
हमें।।
आपके चरणों में बीते ये जीवन सारा।
बस यही एक आशीर्वाद
देना हमें।।
तेरा हाथ सिर पे होने से, मेरे सब काम होते हैं।
मैं जहाँ देखता हूँ मेरी
मैया, मुझे तो बस तेरे दीदार होते हैं।।
हारने ना देना मां, कठिन इम्तेहान है,
जीत में ही हम दोनों का मान है।
क्योंकि
आपके भरोसे हूँ मैं, यही मेरी पहचान है।।
Jai mata di shayari
इस जहाँ के कानून से शिकायत मत करना,
अपनी नजरों को कभी शर्मिंदा न
करना।
मैया ने चाहा तो सब कुछ मिलेगा आपको,
वक्त से पहले तू पुकार मत
करना।।
मां की ज्योति से नूर मिलता है,
मां के भक्तों को नवरात्रि में सुकून
मिलता है।
जो भी आता है मेरी मैया के द्वारे,
उसको मनोवांछित फल जरुर
मिलता है।।
इतना सच्चा हो हमारा विश्वास,
हमारे हृदय में ” मां जगदम्बा” सदा करे वास।
!! जय मां जगदम्बा !!

बिना विवश किए जीवन को जीना,
मां दुर्गा के आशीर्वाद में हर सपना सच करना।
जय मां दुर्गा की, जय हो उनके नाम की,
भक्ति और श्रद्धा से जीवन को
सजाने की।
देवी के चरणों में सुख और समृद्धि है,
मां दुर्गा के आगे जीवन का सफर
सुहाना है।
नवरात्रि के इस पवित्र अवसर पर,
मां दुर्गा के ध्यान में हर मनोरथ सफल
हो।