Heart Touching Best Shayari
कैद कर डाला इश्क की जंजीर में मैंने परछाई को।
अब डर लगता है कहीं ऐ भी मेरा साथ न छोड़ जाएं।।
एक अच्छा ताल्लुक रहा तुमसे एक अच्छी याद हो तुम।
खैर बहुत कुछ कहना था पर जाओ आजाद हो तुम।।
पत्थर आसमान में जा सकता था कभी फेंका ही नहीं।
तारीफ़ जिस्म की कैसे करते चेहरे से नीचे देखा नहीं।।
शायरी करना खुदकुशी का धंधा है।
अपनी ही लाश पर अपना ही कंधा है।।
और शायर भी उस शहर में आईना बेचता रहा।
जहां पहले से सारा शहर ही अंधा है।।
आया था कमेंट करने पर यहां सभी शायर बने बैठे हैं।
क्या लिखूं कम्बख़त सारे अल्फाज़ चुराए बैठे हैं।।
मोहब्बत ना होती तो ग़ज़ल कौन कहता।
कीचड़ में फूल को कमल कौन कहता।।
मोहब्बत तो एक करिश्मा है वरना...!
लाश के घर को ताजमहल कौन कहता।।
काटकर पंख को परिंदा छोड़ दिया। मतलब
जान भी ले गया और जिंदा छोड़ दिया.....।।
कितना दर्द है दिल में दिखाया नहीं जाता।
किसी की बर्बादी का किस्सा सुनाया नहीं जाता।।
एकबार देखलो जी भरकर इस चेहरे को।
अब बार बार चेहरे से कफ़न हटाया नहीं जाता।।
दरवाजे पर खड़ा रहा अंदर मोहब्बत की कहानी देखी।
जिसे चाहा था मैंने किसी और की बाहों में रानी देखी।।
तमन्ना थी कि कोई टूटकर चाहे हमें भी। मगर
खुद टूट गए किसी और को चाहते चाहते...।।
मौका नहीं दिया उसने हंसने का।
मेरी खुशियों को उसने निगल लिया।।
बस इतनी सी ही अपनी कहानी थी।
इसके बाद उसने किरदार ही बदल लिया।।
याद उसे भी एक अधूरा अफसाना तो होगा।
कल रास्ते में उसने हमें पहचाना तो होगा।।
दिल की बातें नहीं पर दिलचस्प ही कुछ बातें हों।
जिंदा रहने के लिए दिल को बहलाना तो होगा।।
बात वफाओं की होती तो कभी ना हारते।
बात नसीब की थी कुछ कर ना सके..।।
