Heart touching breakup shayari | बेहतरीन लव शायरी इन हिन्दी

बेहतरीन ब्रेकअप शायरी इन हिन्दी 

न मिलता गम तो बर्बादी के अफ़साने कहाँ जाते, 
गर जिंदगी हमेशा होती चमन तो वीराने कहाँ जाते।
चलो अच्छा हुआ अपनों में कोई गैर तो निकला, 
सभी अगर अपने होते तो बेगाने कहाँ जाते।।

सुकून से तेरी तस्वीर देख के महफूज़ कर लेते हैं। 
तन्हाई में जब भी याद आये तुझे महसूस कर लेते है।।

कोई हमारी तरह चाहे तो बता देना, 
कोई हमारी तरह सताये तो बता देना। 
मोहब्बत तो कर लेगा कोई भी आपसे, 
कोई हमारी तरह निभाये तो बता देना।।

sad love shayari

माना की आपका वक़्त है कीमती, 
कभी दो पल हमें भी याद कर लीजिये।
माना कि अनमोल तो हम बहुत कम हैं,
फिर भी हमारी कभी कभी फरियाद कर लीजिये।।

मोहब्बत से करो आगाज़ तो, 
अजनबी भी करीब आते है, 
मोहब्बत है एक रूहानी मंज़िल, 
जहाँ फरिश्ते भी सर झुकाते हैं।

वो सजदा ही क्या जिसमें सर उठाने का होश रहे,
इज़हारे इश्क़ का मज़ा तो तब है,
जब मैं खामोश रहूं और तूं बेचैन रहे।

मेरी आँखों में झाकने से पहले, 
जरा सोच लीजिये ऐ हुज़ूर।
जो हमने पलकें झुका ली तो क़यामत होगी,
और हमनें नज़रें मिला ली तो मोहब्बत होगी।

तरसती निगाहों ने आपको हर पल ऐसे माँगा, 
जैसे हर अमावश में चाँद माँगा। 
रूठ गया वो खुदा भी हमसे,
जब हमने हर दुआ में आपको माँगा।।

महक उठती है मेरी हर सुबह, 
एक तेरे एहसास से।
अगर इसको इश्क़ कहते है तो,
मुझे इश्क़ है इस एहसास से।।

जिंदगी की हर तमन्ना हो पूरी, 
आपकी कोई आरज़ू ना रहे अधूरी।
करते हैं हाथ जोड़ के माँ दुर्गा से विनती।
आपकी हो हर मनोकामना पूरी। 

इश्क़ में बढ़ रही है बेचैनियां, 
थोड़ी सी शरारत करने दो। 
छुपा के रख लो अपने दिल में,
या फिर मोहब्बत बेशुमार करने दो।।

सुनो !! मुझे कुछ नहीं चाहिए तुमसे,
बस कभी रो दूं तो तुम्हारा रुमाल, 
परेशांन रहूं तो तुम्हारा ख्याल।

काश जिंदगी इतनी आसान होती, 
मैं सपना और तुम एक उड़ान होती। 
मैं ढूंढता अगर मंज़िल अपनी, 
तुम मेरा आखिरी निशान होती।। 
मेरा वजूद तु समां जाता, 
और तुम मेरी आखिरी फरमान होती।।

Heart touching breakup shayari 

इन झील सी आँखों में क्यों काजल लगा लिया, 
हसीन रेशमी जुल्फों को क्यों बादल बना दिया। 
हम तो दीवाने हो गए थे आपके,
चाँद सा चेहरा दिखा के क्यों पागल बना दिया।।

एक बार मोहब्बत भी जरुरी है जिंदगी में। 
जिंदगी को समझना आसान हो जाता है।। 
ख़ुशी, दर्द, तन्हाई, बेकरारी, इंतज़ार, 
जो हर चीज़ की अहमियत बता दे वही है प्यार।।

तड़प रही है मेरी साँसे तुम्हें महसूस करने को,
रूबरू होकर दीदार की रस्म पूरी करो तो कुछ बात बने।
बेपनाह मोहब्बत की तुमसे तो पनाह होने से क्या डरना, 
तेरी चाहत में कुर्बान हुए हम तो फ़ना होने से क्या डरना।
इश्क़ किया तुमसे तो हद से गुज़रने से क्या डरना।।

रख सको तो एक निशानी हैं हम, 
भूल जाओ तो एक कहानी हैं हम।
ख़ुशी की धुप हो या गम के बादल,
दोनों में जो बरसे जो, वो पानी हैं हम।।

कृष्ण के सुकून का आधार है राधा,
जगत में पवित्र प्रेम का पर्याय है राधा। 
यूँ तो सारे बंधनों से मुक्त है कृष्णा, 
मगर जिससे न छूट पाए वो बंधन है राधा।।

नहीं है आरजू किसी को भुलायें हम,
न तमन्ना किसी को रुलायें हम।
बस दुआ रहे ऊपर वाले से इतनी कि,
आपको जितना याद करते है, 
उतना ही आपको याद आयें हम।

भले ही मत पकड़ो हाथ मेरा, 
बस साथ तुम चलते रहो। 
जिंदगी सांस बस लेती रहे, 
तुम बन कर हवा बहते रहो।। 

तुम बताओ! दर्द पीने का हुनर सीखा कहाँ से, 
न कि चुपचाप सारी पीर अकेले सहते रहो।।
तुम ख़ास ही नहीं कि हर सांस में हो रूबरू, 
नहीं पर हर एक एहसास में हो। 

मिलोगे पता नहीं पर हर तलाश में हो, 
तलाश पूरी हो न हो पर हर आस में हो।।

तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो, 
दिल मेरा था और धड़क रहा था वो। 
प्यार का ताल्लुक भी अजीब होता है, 
आंसू मेरे थे और सिसक रहा था वो।।

खामोशियों में धीमी सी आवाज़ है, 
तन्हाईयों में भी एक गहरा राज़ है। 
मिलते नहीं सबको अच्छे दोस्त, 
यहाँ आप जो मिले हो तो हमें खुद पर नाज़ है।।

खुशबू बनकर तेरी साँसों में समां जायेंगे, 
सुकून बनकर तेरे दिल में उतर जायेंगे।
महसूस करने की कोशिश तो कीजिये, 
दूर रहते हुए भी पास नज़र आएंगे।।

फिर आज कोई ग़ज़ल तेरे नाम न हो, 
जाये कहीं लिखते लिखते शाम न हो। 

जो कर रहे हैं इंतज़ार तेरी मोहब्बत का,
इसी इंतज़ार में जिन्दगी तमाम न हो जाये।।

ये माना की बड़े ही बदनाम हैं हम, 
कर जाते हैं शरारत क्योकि इंसान हैं हम। 
लगाया ना करिये हमारी बातों को, 
दिल से आपको तो पता है कितने नादान हैं हम।।

खुशबू बनकर तेरी साँसों में समां जायेंगे, 
सुकून बनकर तेरे दिल में उतर जायेंगे। 
महसूस करने की कोशिश तो कीजिये, 
दूर रहते हुए भी पास नज़र आएंगे।।

यादें रूकती नहीं रोक पाने से,
दिल मानता नहीं किसी के समझाने से।
रुक जाती है धड़कने आपको भूल जाने से, 
इसलिए आपको याद करते है जीने के बहाने से।।

मोहब्बत और मयकशी में हिसाब नहीं देखे जाते,
हों जहां दिल के नाते हो वहाँ,
अदब ओ आदाब नहीं देखे जाते।।

शायरी का तो पता नहीं जनाब, 
हम तो शब्दो के तीर चलाते है। 
किसी के दिल को ठेस तो,
किसी के दिल को मलहम लगाते हैं।।

इश्क़ को आग होने दीजिये,
फिर दिल को राख होने दीजिये। 
तब जा के पकेगी बेपनाह मोहब्बत
जो भी हो रहा है बेहिसाब होने दीजिये।।

ख्वाबों में याद करते है हम,
तेरे साथ मोहब्बत का ताना बाना सुकून सा दे जाता है।

इस वीरान दिल में तेरा आना जाना
महफ़िलों का शौक हो जिन्हें,
किसी की तन्हाई का दर्द क्या जानेगे। 
घुंघरूओं का शौक हो जिन्हें,
वो पायल का मर्म क्या समझेंगे।।

तेरी नज़रो से फुर्सत न मिली, 
वरना मर्ज़ इतना लाइलाज नहीं था। 
हमने तो वहाँ भी मोहब्बत बाट दी, 
जहाँ मोहब्बत का रिवाज़ न था।।

गुलशन की बहारों पे सर-ए-शाम लिखा है।
 फिर उसने किताबो पे तेरा नाम लिखा है।। 
ये दर्द इसी तरह मेरी दुनियाँ में रहेगा, 
कुछ सोच के उसने मेरा अंजाम लिखा है।।

हर रोज़ बहक जाते है मेरे कदम तेरे पास आने के लिए,
कितने फासले तय करने अभी बाकि है तुमको पाने के लिए।

उन्हें मेरी हकीकत का पता कुछ भी नहीं, 
इलज़ाम हज़ारों है पर मेरी खता कुछ भी नहीं। 
ना पढ़ सकेगा कोई मेरी जिंदगी की किताब, 
हर पन्ना भरा है पर लिखा कुछ भी नहीं।।

दिल में रोये मगर होठों से मुस्कुरा बैठे।
यूं ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे।
वो हमें एक लम्हा न दे पाए प्यार का, 
और हम उनके लिए जिंदगी लुटा बैठे।।

देखि है हज़ारो महफ़िल, पर ये फ़िज़ा कुछ और है। 
देखे हैं हज़ारो जलवे, पर तेरी अदा कुछ और है।।
यूँ तो बहुत देखी है, गहराई समुन्द्र की मैंने। 
पर तेरी आँखों में डूबने का मज़ा ही कुछ और है।।

एक अनाम सा रिश्ता है तुम्हारे और मेरे बीच, 
शब्दों की सीमा में जिसे बांधा नहीं जा सकता।
क्या नाम दूँ इसे प्यार प्रेम या फिर कल्पना, 
मेरे लिए तो सभी कुछ हो।

चाँद के लिए सितारें अनेक हैं,
लेकिन सितारों के लिए चाँद एक है। 
आपके लिए हज़ारों होंगे,
लेकिन हमारे लिए आप ही एक है।।

बस एक बार तेरे रूबरू होने की तमन्ना है, 
तुमसे कुछ कहने और कुछ सुनने की तमन्ना है। 
तेरी निगाहों से दूर बहुत दूर रह लिए हम, 
कुछ पल अब तेरी पनाहों में रहने की तमन्ना है।।

सुख दुःख में हम तुम हर पल साथ निभाएंगे,
एक जनम नहीं सातो जनम पति-पत्नी बनकर आएंगे।

ठोकर ना लगा मुझे पत्थर नहीं हूँ मै्ं, 
मुझे हैरत से ना देख कोई मंज़र नहीं हूँ मैं। 
उनकी नज़र में मेरी कदर कुछ भी नहीं, 
मगर उनसे पूछो जिन्हें हासिल नहीं हूँ मैं।।

भूल सको तो भूल जाओ,
ना भूल सको तो लौट आना;
एक और भूल की इज़ाज़त है तुम्हें!

फिर ना सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जाएगी, 
जिंदगी जुल्फ नहीं है जो फिर सवंर जाएगी। 
थाम लो हाथ उसका जो प्यार करे तुमसे,
ये जिंदगी ना मिलेगी दोबारा जो गुजर जाएगी।।

अब ख़ुशी की तलाश रहने दो, 
मुझको यूँ ही उदास रहने दो। 
खुशियाँ ले जाओ तुम मेरी,
मेरे दर्द को मेरे पास रहने दो।।

गुजर जाता है मंज़र तबाही दिखती नहीं।
इश्क़ लाइलाज है साहब,
इसकी दवाई कहीं बिकती नहीं।।

वो दिल ही क्या जो वफ़ा न करे, 
तुझे भूल के जिए कभी खुदा न करे। 
रहेगी तेरी मोहब्बत मेरी जिंदगी बनके,
वो बात और है अगर जिंदगी बेवफ़ा न करे।।

मंज़िल भी तुम हो तलाश भी तुम हो, 
उम्मीद भी तुम हो आस भी तुम हो। 
इश्क़ भी तुम हो जुनूँन भी तुम हो, 
एहसास तुम के साथ साथ प्यास भी तुम हो।।

माना साँसों के लिए हवा, 
दिल के लिए धड़कन जरुरी है। 
ये दोनों यूँ ही चलती रहे,
इसके लिए तेरा होना जरुरी है।।

आज फिर यादों ने दस्तक दी,
और जहन में उसका चेहरा छा गया।
कुछ बीते लम्हें छू गए फिर से और
आज उसका नाम आ गया।।

कोई करता है मोहब्बत में इंतज़ार,
तो कोई इंतज़ार से ही मोहब्बत किये बैठा है। 
कोई सात फेरो के बाद भी प्यार नहीं करता, 
तो कोई ऑनलाइन ही अपना दिल दिए बैठा है।।

तेरी आरज़ू में हमने बहारों को देखा, 
तेरे ख्यालों में हमने सितारों को देखा। 
हमें पसंद था बस तेरा दीदार, 
वरना इन आँखों ने हज़ारों को देखा।।

आज फिर यादों ने दस्तकत दी,
और जहन में उसका चेहरा छा गया। 
कुछ बीते लम्हें छू गए फिर से, 
और जुबां पे उसका नाम आ गया।।

ऐसा कोई जिंदगी से वादा तो नहीं था, 
तेरे बिना जीने का इरादा तो नहीं था। 
कहाँ टूटी डोर मेरा ख्वाबों की
कि ख्वाब से जागेंगे सोचा तो नहीं था।।

कोई हमारी तरह चाहे तो बता देना, 
कोई हमारी तरह सताये तो बता देना। 
मोहब्बत तो कर लेगा कोई भी आपसे, 
कोई हमारी तरह निभाये तो बता देना।।

आज ये पल है कल बस यादें होंगी, 
जब ये पल न होगा, तब सिर्फ बातें होंगी। 
जब पलटोगे जिंदगी के पन्नो को तो, 
कुछ पन्नों पर आँखे नम और कुछ पर मुस्कराहट होगी।।

बहुत नाप तौल के दिया था उसने, 
जैसे इश्क़ नहीं एहसान किया था उसने।
मेरी नम आँखे देखकर जिसकी पलकें तक न भीगी,
तू बता क्या खाक इश्क़ किया उसने।।

वो मोहब्बत भी तेरी थी, वो नफरत भी तेरी है। 
वो अपनाने और ठुकराने की अदा भी तेरी थी।। 
मैं अपनी वफ़ा का इन्साफ किस्से मांगती, 
वो शहर भी तेरा था, वो अदालत भी तेरी थी।।

दिल में हर किसी का अरमान नहीं होता, 
हर कोई दिल का मेहमान नहीं होता।।
एक बार जिसकी आरज़ू दिल में बस जाती है, 
उसे भुला देना इतना आसान नहीं होता है।।

उनकी आँखों में इस कदर नूर है,
कि उनके ख्यालो में रोना भी मंज़ूर है।
बेवफा भी नहीं कह सकते उनको क्योंकि,
प्यार हमने किया था वो तो बेक़सूर है।

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