Sad Shayari in Hindi | प्यार में धोखा शायरी, सेड शायरी इन हिन्दी

Sad Shayari in Hindi

कुछ हार गई तकदीर, कुछ टूट गए सपने।
कुछ गैरों ने किया बर्बाद, कुछ भूल गए अपने।।

कभी सोचा नहीं था, ज़िन्दगी में ऐसे भी फंसाने होंगे।
रोना भी जरुरी होगा लेकिन आंसू छुपाने होंगे।।

बड़े शौक से उतरे थे इश्क़ के समंदर में।
एक ही लहर ने ऐसा डुबोया कि,
आज तक किनारा नहीं मिला।।

मुझे तो अपनों ने लूटा, गैरों में कहां दम था।
प्यार भी उसी से हुआ, जिसके पास गुस्सा ज्यादा;
और दिमाग कम था।

आज उसे आवाज देकर बुलाने का भी हक नहीं,
कभी जो आंखों के एक इशारे से लिपट जाती थी।

बहारों के फूल एक दिन मुरझा जायेंगे, 
भूल से कहीं याद तुम्हें हम आ जायेंगे। 
अहसास होगा तुमको हमारी मोहब्बत का,
जब कहीं हम तुमसे बहुत दूर चले जायेंगे।।

जिस से बात करने के लिए तरसते हैं, 
उनकी बातों में हमारा तो जिक्र ही नहीं।
 यह दिल भी कितना पागल है,
यह दिल भी बस उन्हीं की फिक्र करता है, 
जिनको हमारी जिक्र नहीं।

Sad shayari

शमा जलती है तो परवाने चले आते हैं, 
लोग कहते हैं दीवाने चले आते हैं। 
यूं तो दुश्मन को भी जलाने चले आते हैं लोग, 
ए समा दूर हट मेरी मजार से, 
मैं खुद जल रहा हूं एक बेवफा के प्यार से।।

जीना चाहते हैं मगर जिंदगी रास नहीं आती, 
मरना चाहतें हैं मगर मौत पास नहीं आती। 
उदास है हम इस जिंदगी से,
उसकी यादें भी तो तड़पाने से बाज़ नहीं आती।।

वो बिछड़ के हमसे ये दूरियां कर गई, 
न जाने क्यों ये मोहब्बत अधूरी कर गई।,
 अब हमें तन्हाइयां चुभती है तो क्या हुआ, 
कम से कम उसकी सारी तमन्नाएं तो पूरी हो गई।

बेवफा तो वो खुद थी,
पर इल्ज़ाम किसी और को देती है।
पहले नाम था मेरा उसके होठों पर,
अब वो नाम किसी और का लेती है।।
कभी लेती थी वादा मुझसे साथ ना छोड़ने का,
अब यही वादा किसी और से लेती है !!

वो क्या समझती हैं, हम उसके बिना मर जाएंगे। 
हम तो दरिया है समंदर में उतर जाएंगे।।
वो तरस जाएगी मेरी एक लफ्ज प्यार के लिए,
हम तो बादल हैं किसी और पे बरस जाएंगे।।

उतरा था चाँद हमारे आँगन में,
सितारों को गवारा न था ।।
हम तो सितारों से भी बग़ावत,
कर लेते पर चाँद ही हमारा न था ।।

ओ बेवफा है तो क्या हुआ, मत कहो बुरा उसको;
 जो हुआ सो हुआ, खुश रखे खुदा उसको। 
नजर में ना आए तो उसकी तलाश में रहना, 
मिले जो कभी भी तो पलट करना देखना उसको।।

प्यार में धोखा शायरी

आंखों को इंतजार की सौगात सौंपकर, 
मोहब्बत खुद आराम से कहीं सो जाती है।
जिस्म करवट बदलता है रात में अकेला, 
रूह तेरी गलियों की बंजारन हो जाती है।।

दिल तोडकर आपने अच्छा नहीं किया, 
धोखा वफा की राह में खाये हम जरूर,
लेकिन कभी किसी के साथ मे धोखा नहीं किया।
गुजार दी हमने फकीरी मे जिन्दगी,
लेकिन कभी जमीर का सौदा नहीं किया।।

पास हों जो लोग उनकी कीमत ज़रा सोच लो,
दुनियाँ है यहाँ लोग आते ही हैं जाने के लिए।

अकेला रहना पर किसी का इंतजार मत करना, 
किसी के लिये खुद को बेकारार मत करना। 
कोई अच्छा साथी मिल जाये तो हाथ थाम लेना,
पर दिखावे के लिये किसी से प्यार मत करना।।

दर्द ना होता तो खुशी की कीमत ना होती, 
अगर चाहने से सब मिलता तो, 
दुनिया में ऊपर वाले की जरूरत ना होती।।

अपनी तो जिंदगी की अजब कहानी है, 
जिसे हमने चाहा वही हमसे बेगानी है। 
हँसता हूँ दोस्तों को हँसाने के लिए, 
वरना इन आँखों में पानी ही पानी है।।


चले गये है दूर कुछ पल के लिए, 
मगर करीब है हर पल के लिए।
कैसे भुलायेंगे आपको एक पल के लिए,
जब हो चुका है प्यार उम्र भर के लिए।।

एहसास के दामन में आँसू गिराकर तो देखो, 
प्यार कितना है अजमाकर तो देखो।
तुम्हें भुल कर क्या होगी दिल कि हालत, 
किसी आइने पर पत्थर गिराकर तो देखो।।

प्यार में कोई दिल तोड जाता है,
 दोस्ती में कोई भरोसा छोड जाता है। 
जिन्दगी जिना तो कोई गुलाब से सिखें,
जो खुद टुटकर दो दिलों को जोड जाता है।।

वक्त नूर को बेनूर बना देता है, 
हर जख्म घाव को नासूर कर देता है। 
कौन चाहता है जान बूझकर गुनाह करना, 
लेकिन वक्त इंसान को मजबूर कर देता है।।

प्यार मिल जाता है चाहत नहीं मिलती सबको, 
दोस्ती में भी मोहब्बत नहीं मिलती सबको। 
चन्द हीरों को ही मिलता है चमकने का नसीब, 
काम सब करते हैं शोहरत नहीं मिलती सबको।। 
सैकड़ों जाते हैं इस दरवाज़े पे दस्तक दे कर,
दिल में आने की इजाज़त नहीं मिलती सबको।।
दिल को दिल्ली की तरह जीतना पड़ता है,
ये हुकूमत है हुकूमत नहीं मिलती सबको।।

सेड शायरी इन हिन्दी

यूँ ही नहीं जलाया तेरे नाम का दिया साहेब, 
मुझे आवारगी भी निभानी पड़ी;
तेरी दीवानगी में पागल होने के लिए।।


हर कोई साथ हो ये जरुरी नहीं होता, 
जगह तो दिल में बनाई जाती है।
पास होकर भी दोस्ती इतनी अटूट नहीं होती,
जितनी दुर होकर निभायी जाती है।।

चटकने लगी है हसरते दिल की, 
दिल का रूठना अभी बाकी है। 
अभी तू और जोर लगा ऐ जिंदगी, 
मेरा टूटना अभी बाकि है।।

किसी को आँखों की पलकों पर न बैठने दो, 
वह तो सिर्फ सपने बसाया करते हैं।
बैठाना है तो बैठाओ दिल में उसको,
क्योंकि यहाँ सिर्फ अपने ही बैठा करते हैं।।

तुझे मोहब्बत करने का हिसाब न आया, 
मुझे किसी सवाल का जवाब ना आया। 
हम तो जागते रहे तेरे ही ख्यालो में,
तुझे जागकर भी हमारा ख्याल ना आया।।


हमे मालूम है दो दिल जुदाई सह नहीं सकते, 
मगर रस्मे वफ़ा ये है कि ये भी कह नहीं सकते। 
जरा कुछ देर तुम उन साहिलो की चीख तो सुन लो, 
जो लहरों में तो डूबे पर साथ बह नहीं सकते।।

इश्क़ तो बस मुकद्दर है कोई ख्वाब नहीं, 
ये वो मंज़िल है जिसमे सब कामयाब नहीं। 
जिन्हें साथ मिला उन्हें जिन्दगी मिल गईं, 
जिन्हे मिली जुदाई उनका कोई हिसाब नहीं।।

कर दिया मेरी चाहत ने उसे लापरवाह इस कदर,
याद नहीं दिलाया तो मेरा ख्याल भी नहीं आया।।

जुदा होकर भी तुम जुदा ना हो पाये,
तब भी दिल में थे अब भी हो दिल में। 

समा ये जुदाई ने तुम्हारी हमें बेहाल कर दिया। 
अचानक चले गए, तुमने तो कमाल कर दिया।।

कबूल तो कर लो, मेरी इश्क़ की 
बारिश में भिगोगे तो निखर जाओगे।
हम बदल नहीं सकते हालात की तरह, 
साथ रहोगे तो समझ जाओगे।।

एहसास बहुत होगा जब हम छोड़ के जायेंगे, 
रोयेंगे हम मगर आँसू नहीं आयेंगे।।
जब कोई साथ न दे तो आवाज़ देना, 
हमें आसमान पर भी होंगे तो लौट आएंगे।।