Very Sad Shayari in Hindi for lovers
भरोसा जिसपे होता है मुझे लोगों जमाने में।
वही आगे निकलता है हमेशा दिल दुखानें में।।
समझ में कुछ नहीं आता, यकि़ किस पर करूं।
मैं जिसको अपना कहता हूं, वही हमें रहता मिटाने में।
गमों को अब मेरे ढोया करेगी।
न रातों में ठीक से सोया करेगी।।
अभी तो कर रही तूं अपने मन की।
बहती हुई आंखों की रवानी में मरे हैं।
कुछ ख्वाब मेरे भरी जवानी में मरे हैं।।
कब्रों में नहीं, हमको किताबों में उतारो।
हम तो मोहब्बत की कहानी में मरे हैं।।
प्यार मे धोखा शायरी
तू ही मेरे दिल के आस पास रहा।
तेरी मुहब्बत का मुझमें एहसास रहा।।
तूने खबर तक ना ली, कैसा हरजाई है।
तू लौट के आएगा, मुझे ऐसा विश्वास रहा।।
क्या मैं समझता था और क्या निकला।
वो मेरी सोंच से जुदा निकला।।
दिल जिसे देखता समझता रहा अब तक।
वो भी कमबख्त बेवफा निकला।।
आज के दौर में अब यार कहां मिलते हैं।
मिल भी जाएं तो वफादार कहां मिलते हैं।।
जान लुटाते हैं जो प्यार के खातिर।
सितम तूने बहुत ढाए सितमगर।
स़रे महफिल तूने मेरा तोड़ा मुकद्दर।।
अब न है कोई साथी न रहबर।
प्यार में पागल भटक रहा हूं दरबदर।।
दर्द को भी तेरे हम दिल में छुपा लेते हैं।
तेरी नफरत को भी हम सीने से लगा लेते हैं।।
जब भी याद आती है मुझे तेरी।
हम तो तुझे अपने ख्यालों में बुला लेते हैं।।
तेरी नफरत के सागर में मेरे गम की रवानी है।
तेरे यादों की कस्ती में मेरे आंसुओं का पानी है।।
मुझे तेरी जुदाई हर एक लम्हा सताती है।
मेरे बर्बाद मुहब्बत की बस इतनी कहानी है।।
तुने जो दिल के अंधेरे में जलाया था कभी,
वो दीया आज भी सीने में जला रक्खा है।
देख आकर दहकते हुए जख्मों की बहार,
मैंने अब तक तेरे गुलशन को सजा रक्खा है।।
दर्द भरी बेवफा शायरी
गमों से चूर होकर जा रहा हूं।
बहुत मजबूर होकर जा रहा हू।।
दिखाऊंगा नहीं सूरत तुझे मैं।
नजर से तेरे अब मैं दूर होकर जा रहा हूं।।
न मन्नत से न चाहत से मिलेगा।
न हरगिज भी मुहब्बत से मिलेगा।।
तजुर्बा तो अब इतना हो गया है।
प्यार तो जब मिलेगा, किस्मत से मिलेगा।।
जब भी जुगनू तेरी यादों के चमक जाते हैं।
आंसूं आंखों से उदासी में छलक जाते हैं।।
जब भी आ जाता याद ऐ यार तेरा।
मेरी दुनिया मेरे दिन-रात महक जाते हैं ।।
Very Sad Shayari in Hindi
जिसकी तलब मुझे थी, वो दौलत नहीं मिली।
हकदार था जिसका मैं वह सोहरत नहीं मिली।
चाहा था तुझे टूटकर, तू भी जुदा हुई।
केवल नफरत मुझे मिली है, मुहब्बत नहीं मिली।।
प्यार हद से ज्यादा बढ़ाना छोड़ दो।
मेरे दिल में आना जाना छोड़ दो।।
रोज रोज ए सिकवे शिकायत किस लिए।
बेवजह बातें बनाना छोड़ दो।।
प्यार मे धोखा शायरी
किसी ने इश्क का जलवा दिखा के छोड़ दिया।
किसी ने प्यार में पागल बनाके छोड़ दिया।।
सता रही है अब तो मुझे दर्द की सिद्दत।
किसी ने तीर नजर का चला के छोड़ दिया।।
रश्में उल्फत की हमेशा निभाया हमने।
दर्दे गम हंसकर जमाने से छुपाया हमने।
अब तो सामने आते ही नजरों को चुरा लेते हैं।
अपनी पलकों पर सदा जिनको बिठाया हमने।।
तोड़ा है किसने ऐ बेवफा सोच रहा हूं।
तेरी खता या मेरी खता सोच रहा हूं।।
मैने तो तेरे इश्क में खुद को मिटा दिया।
अच्छा किया या बुरा, यह सोच रहा हूं।।
दर्द भरी बेवफा शायरी
बहुत दिनों से वह नजरे करम नहीं देखी।
हसीन देखे मगर अपने सनम नहीं देखी।।
कहीं मैं देख के फोटो न रो पड़ू फिर से।
इसलिए तो मैने अब तक कोई तस्वीर नहीं देखी।।
चाहत के गुलाबों को खिला क्यों नहीं देते।
नफरत की अदाओं को मिटा क्यों नहीं देते।
अगर सच में जुदाई से परेशान हो हरदम।
हाथों से मुझे जहर पिला क्यों नहीं देते ।।
दीप यादों के जलाओगे मेरे बाद भी तुम।
हाले दिल सबको सुनाओगे मेरे बाद भी तुम।।
दिल को बहलाना भी आसान नहीं है इतना।
मुझे पलकों पर फिर बिठाओगे, मेरे बाद भी तुम।।
जख्म जब सीने के भर जाएंगे,
आँसू जब मोती बनकर बिखर जाएंगे।
मत पूछना किसने धोखा दिया,
वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएंगे।।
हम उम्मीदों की दुनियां बसाते रहे,
वो भी पल पल हमें आजमाते रहे।
जब मोहब्बत में मरने का वक्त आया,
हम मर गए और वो मुस्कुराते रहे।।