Heart Touching Love Shayari | लव शायरी इन हिन्दी

Heart Touching Love Shayari

फिर ना सिमटेगी जो बिखर जाएगी, 
जिंदगी जुल्फ नहीं है जो फिर संवर जाएगी। 
थाम लो हाथ उसका जो प्यार करे तुमसे, 
 ये जिंदगी ठहरेगी नहीं गुजर जाएगी।।

दफ़न करो अपने सपनो को,
हमने तुमको अपनी मंज़िल बनायीं है। 
अब यूँ ना मुँह मोड़ो मुझसे,
हमने तेरे संग जीने-मरने की कसम खाई है।।

तेरी जुदाई का बदला मैं दुसरों से लेती हूँ,
तू मेरी किस्मत में नहीं ये दिलासा मैं खुद को देती हूँ। 
इस दिल को तो चाहनेवाले अभी भी हमें मिलते है, 
लेकिन अब प्यार की राहों से खुद को मोड़ लेती हूँ।।

हकीकत कहो तो उन्हें ख्वाब लगता है,
सिकवा करो तो उन्हें मज़ाक लगता है। 
कितनी शिद्दत से हम उन्हें याद करते है, 
और एक वो है जिन्हे ये सब मज़ाक लगता है।।

एक अदा आपकी दिल चुराने की,
एक अदा आपके दिल में बस जाने की। 
चेहरा आपका चाँद सा और, 
हसरत है एक हमारी बस आपको पाने की।।

खुशबू तेरे प्यार की मुझे महका जाती है, 
तेरी हर बात मुझे बहका जाती है।
सांसे तो बहुत वक़्त लेती है आने जाने में,
हर सांस से पहले तेरी याद दिल को धड़का जाती है।।

ख़ामोशी की जुबां समझ लेते हो, 
हमारी शाम को तुम संवार देते हो।
तुम चाहे गुजारिश ना करो इस बात की,
हमे भी एतियात है तुम हमसे इश्क़ कर बैठे हो।

तकदीर लिखने वाले एक एहसान लिख दे, 
मेरे प्यार की तकदीर में मुस्कान लिख दे। 
न मिले जिंदगी में कभी भी दर्द उसको, 
चाहे उनकी किस्मत में मेरी जान लिख दे।।

दिल के दर्द को छिपाना कितना मुश्किल है,
टूट कर फिर मुस्कुराना कितना मुश्किल है। 
किसी के साथ दूर तक जाकर तो देखो, 
अकेले लौट के फिर आना कितना मुश्किल है।।

अब तो ख़ता करने को जी चाहता है,
किसी पे मर मिटने को ये दिल चाहता है। 
कुछ उनको भी हमपे एतबार अगर हो जाये, 
दो कदम साथ चलने को जी चाहता है।।

गा सकू मैं आपका नगमा वो साज कहाँ से लाऊं, 
सुना सकू मैं आपको वो अंदाज़ कहाँ से लाऊं। 
यूँ तो चांदनी की तारीफ करना आसान है,
कर सकूं आपकी तारीफ वो अंदाज़ कहाँ से लाऊं।।

उसने मोहब्बत मोहब्बत से ज्यादा की थी,
हमने मोहब्बत उससे भी ज्यादा की थी। 
अब वो किसे कहेंगे मोहब्बत की इंतेहाँ, 
हमने शुरुआत ही इंतेहाँ से ज्यादा की थी।।

जख्म देने का अंदाज़ कुछ ऐसा है, 
जख्म देकर पूछते है अब हाल कैसा है। 
किसी एक से गिला, क्या करना यारों,
सारी दुनियाँ का तो मिज़ाज़ एक जैसा है।।

प्यार करो तो हमेशा मुस्कुरा के, 
किसी को धोखा ना दो अपना बना के।
कर लो याद जब तक हम जिन्दा है,
फिर ना कहना चले गये दिल में यादें बसा के।।

सारा गुनाह इश्क़ का मुझपे ही डाल दो, 
मुज़रिम मुझे बनाकर मुसीबत को टाल दो। 
इन चमन से जहां कोई खिला एक फूल हो, 
उसे तोड़कर दिलजलों के तरफ उछाल दो।

उम्मीदें तैरती रहती है कश्तियाँ डूब जाती है, 
कुछ घर सलामत रहते है अँधियाँ जब भी आती है। 
बचा ले जो हर तूफ़ान से उसे आशा कहते है, 
विश्वास मजबूत है जो धागा हमेशा दिल से आती है।।

महसूस होता है तेरा इश्क़ जब भी, 
ये दिल किसी का हो नहीं पाता है। 
हम खुद ही रहते है नाराज़ खुद, 
और तू भी तो वापस नहीं आता है। 
साथ निभाने के महज़ किये वादे थे, 
पर ये दिल भूल ही तो नहीं पाता है।

सांसो से गुफ्तगू, धड़कनों में जुस्तजू कर लूं, 
आज मैं पूरी अपनी हर एक आरज़ू कर लूं। 
तुझको ही बसा कर हमदम अपनी हसरतों में, 
उम्र भर के लिये तुझे अपने दायें बाजू कर लूँ।।

प्यार में प्यार को आज़माया नहीं जाता, 
आज़मा कर प्यार कभी पाया नहीं जाता। 
प्यार पाने के लिए विश्वास की जरुरत है, 
बिना विश्वास प्यार कभी निभाया नहीं जाता।।

मिट जाये कुछ लकीर तो बेहतर है, 
मुकम्मल न हो तकदीर तो बेहतर है। 
मुस्कुराने से तुम्हारे शुरू होती थी मेरी कहानी,
यूँ ही मुस्कुराते रहो हरदम तो बेहतर है।।

करूं तेरा जिक्र या एहसासों में रहने दूँ, 
करूं तुझे महसूस या धड़कनों में बहने दूँ। 
तुझे सामने से देखूं या सपनो में रहने दूँ,
तुझे लफ्ज़ों में बयां करू या फिर पूजा में ही रहने दूँ।

मेरी आरज़ू मेरा मुकाम तुम हो, 
मेरी मंज़िल मेरा अंजाम तुम हो। 
तुमसे ही हासिल मेरी हर ख़ुशी है,
मेरी तो हर सुबह और शाम तुम हो।।

छोड़ा था जिसके लिए शहर अपना, 
वो खुद शहर छोड़ के चला गया। 
कमी दिल की कहूं या किस्मत की,
बनाया था वही किस्मत दिल तोड़ के चला गया।।

तुम्हारी याद में आँखे जरा भिगो लेते, 
उदास रात की तन्हाईयों में सो लेते। 
अकेले गम का बोझ संभलता नहीं है अब,
अगर तुम मिल जाते तो जरा लिपट के रो लेते।।

सुना भी कुछ नहीं, कहाँ भी कुछ नहीं, 
पर ऐसे बिखरे है जिंदगी की कश्मकश में, 
कि टूटा भी कुछ नहीं, और बचा भी कुछ नहीं।

अगर तुम्हें पाना ही मोहब्बत है, 
तो मुझे तुमसे मोहब्बत नहीं। 
लेकिन तुम्हें खुश देखना मोहब्बत है,
तो मुझे तुमसे बेपनाह मोहब्बत है।

जब तक खुद गुजरते नहीं दर्द की राहो से,
तब तक किसी की तड़फ का एहसास नहीं होता।
कहने को तो बहुत कुछ होता है पास अपने,
बस एक सुनने वाला ही कोई पास नहीं होता।।