Love Shayari | टॉप लव शायरी लड़कियों के लिए

Top love shayari for girl friend 

दिल ही दिल में कुछ छुपाती हो तुम, 
यादों में मेरा अक्सर चैन चुराती हो तुम।
ना जाने कहाँ से ये जादू सीख ली हो,
सोते वक़्त सपने में भी बहुत तड़पाती हो तुम।।



लव शायरी

हमें फिर सुहाना नज़ारा मिला है, 
क्योंकि जिंदगी में साथ तुम्हारा मिला है।
अब जिंदगी में कोई ख्वाहिश नहीं रही,
हमें तो तुम्हारी बाँहों का सहारा मिला है।।

आपने नज़र से नज़र कब मिला दी, 
हमारी जिंदगी झूम के मुस्कुरा दी। 
हम कुछ ना कह सके,
निगाहों ने दिल की कहानी सुना दी।।

दिल ने तेरे प्यार पर मज़बूर मुझे कर दिया,
इश्क़ जहाँ की हर ख़ुशी से दूर मुझे कर दिया। 
जिस कदर चाहा था दिल ने पास तेरे आने को, 
इस कदर दुनियाँ ने तुझको मुझसे दूर कर दिया।।

लबों को मुस्कुराने की वजह आज दे दो, 
अकेले हम दम न तोड़ दे इसे साज़ दे दो। 
बेजान जिस्म है बेज़ान सी जिंदगी, रुकी धड़कन; 
सांसे लौट आयेगी खामोशियों को आवाज़ दे दो।।

जिसके होठों पे तबस्सुम है मगर आँखें नम हैं, 
उसने गम अपना ज़माने से छुपाया होगा। 
खामोश है मगर आँखों में लिखा है,
कि हाल ऐ दिल कोई पढ़ ले, बताया न होगा।।

हमारे मिलन की आस है ये जिंदगी,
हर सुख और दुःख का एहसास है ये जिंदगी। 
कभी फुर्सत मिले तो मेरे ख्वाबों में आओ, 
तुम्हारे बिना बहुत उदास है ये जिंदगी।।

देख मेरी आँखों में ख्वाब किसके हैं, 
दिल में मेरे सुलगते तूफ़ान किसके है।
गुज़रा कोई आज़ तक इस रास्ते से होकर, 
फिर भी इसपे कदमों के निशान किसके है।।

ये हालत हो गयी तुमसे मिलने के बाद, 
जिंदगी प्यारी हो गयी तुमसे मिलने के बाद। 
हर चीज़ में अलग रंग है मोहब्बत का, 
हर चीज़ प्यारी हो गयी तुमसे मिलने के बाद।।

Love Shayari in Hindi

दिल ही दिल में कुछ छुपाते हो तुम, 
यादों में मेरा अक्सर चैन चुराते हो तुम। 
 ना जाने कहाँ से ये जादू सीख रखा है,
सोते वक़्त सपनो में आकर बड़ा तड़पाते हो तुम।।

तेरे इंतज़ार में मेरा बिखरना इश्क़ है, 
तेरी मुलाकात के लिये निकलना मेरा इश्क़ है।

विरासत में हूँ मैं तेरे हसीं ख्वाबों की, 
बस दुआ है कोई जमानत ना कर दे हमारी।

प्यार करते हो मुझसे तो इज़हार कर दो, 
अपनी मोहब्बत का जिक्र आज सरेआम कर दो। 
नहीं करते अगर सच्ची मोहब्बत तो इंकार कर दो, 
ये लो मेरा नादान दिल इसके टुकड़े हज़ार कर दो।।

चुपके चुपके पहले वो जिंदगी में आते हैं, 
मीठी मीठी बातों से दिल में उतर जाते हैं। 
बच के रहना इन हुस्न वालों से यारों, 
इनकी आग में आशिक़ हजार जल जाते है।।

क्या करते हम भी,
हमारे बीच में रिवाज़ो की दीवार थी।
ना मैं समझाने के काबिल रहा,
ना लोग ही समझदार थे।

व्योम के व्यास सा आ अनंत प्रेम दूँ। 
आ विरह को तुम्हारे अनंत प्रेम दूं।। 
कभी दो एक मौन स्वीकृति प्रिये, 
आ पतझड़ को तेरे वसंत प्रेम दूँ।।

हक़ से दे तो तेरी नफरत भी कबूल है हमें,
खैरात में तो हम किसी की मोहब्बत भी नहीं लेते।।

यूँ तो हर दिल में दर्द नया रहता है, 
बस बयां करने का अंदाज़ जुदा होता है। 
कुछ लोग आँखों से दर्द को बहा लेते है, 
और किसी की हसीं में भी दर्द छुपा होता है।।

कोई हमारी गलतियाँ बताये तो अच्छा होता, 
हादसे से पहले दिल घबड़ा जाये तो अच्छा होता। 

ऐसे बुरा नहीं बोला करो एक दूसरे के प्यार को, 
किसी का असली चेहरा,
 सामने आ जाये तो अच्छा होता।।

कुछ दुआ रही कुछ मोहब्बत रही, 
कुछ इबादत सी हो गयी उनसे मिलने के बाद। 
अब जिंदगी तो उनकी अमानत सी हो गयी है।।

हर कोई रूठ जाता है फिर मनाने के लिए, 
पुरानी यादें होती है अक्सर सताने के लिए।
रिश्तों को बनाये रखना इतना भी मुश्किल नहीं है,
सबके दिलों में प्यार होना चाहिये उसे निभाने के लिये।।

मुझे किसी से मोहब्बत नहीं सिवा तेरे, 
मुझे किसी की जरूरत नहीं सिवा तेरे।
नज़रों को थी जिसकी तलाश वर्षो से,
किसी की पास वो सूरत नहीं सिवा तेरे।। 

जो मेरे दिल में मेरी जिंदगी में रह सके, 
किसी को इतनी इज़ाज़त नहीं सिवा तेरे।।

लव शायरी लड़कियों के लिए

रात की ख़ामोशी रास नहीं आती है, 
मेरी परछाई भी अब पास नहीं आती है। 
कुछ आती है तो बस तेरी याद,
जो आकर भी एक पल मुझसे दूर नहीं जाती है।।

सिर्फ इशारों में होती मोहब्बत अगर, 
इन अल्फाज़ों को खूबसूरती कौन देता ? 
बस पत्थर का बन के रह जाता ताज, 
अगर इश्क़ इसे अपनी रंगत ना देता।।

आँखों से जब वो मुझे देखती हैं, 
हम घबड़ा के अपनी आँखे झुका लेते हैं। 
डर लगता है आपसे आँखें मिलाने से, 
सुना है वो निगाहों से अपना बना लेती हैं।।

लिखँ कुछ आज ये वक़्त का तकाजा है, 
मेरे दिल का दर्द अभी हरा ताज़ा है।
गिर पड़े है मेरे आँसू मेरी ही कागज़ पर क्यूं,
लगता है कलम में स्याही का दर्द कुछ ज्यादा है।।

दर्द दे गये और सितम भी दे गए, 
जख्म के साथ साथ वो मरहम भी दे गए। 
दो लफ्ज़ों से वो कर गये अपना मन हल्का,
और हमें कभी ना रोने की कसम दे गए।।

पूरी बोतल ना सही एक जाम तो हो जाये, 
मिलना न सही दुआ सलाम तो हो जाये। 
जिसकी याद में हम बीमार होकर बैठे हैं, 
उन्हें बुखार ना सही, सर्दी-जुखाम तो हो जाये।।

किया है प्यार तो धोखा नहीं देंगे, 
आपको आंसुओं का तोहफा नहीं देंगे। 
आप दिलो में रोयें हमें याद करके, 
ऐसा हम आपको कभी मौका नहीं देंगे।।

हम इश्क़ नहीं लिखते हैं अदा लिखते हैं। 
जब देखते है तुम्हें तो दुआ लिखते हैं। 
गर देख ले मुझे मेरी आँखों से कोई, 
जान जायेगा किसे हम वफा लिखते हैं।।

कहाँ कोई मिला ऐसा जिस पर दिल लुटा देते, 
हर एक ने धोखा दिया किस किस को भुला देते। 
अपने दर्द को अपने दिल में ही दबाये रखा,
अगर बयां करते तो पूरी महफ़िल को रुला देते।।

क्या चाहूँ रब से तुम्हें पाने के बाद, 
किसका करू इंतज़ार तेरे आने के बाद। 
क्यों मोहब्बत में जान लुटा देते है लोग, 
मैं भी ये जाना इश्क़ करने के बाद।।

लव शायरी लड़कियों के लिए

बनी सारी लय बांसुरी सी मेरी,
घर मानो संगीतालय सा हो गया। 
पुष्प ऐसे खिले, ना खिले थे कभी, 
मन मानो पुष्पालय सा हो गया। 

जो आ बैठे हो धड़कनों को, 
अब ह्रदय हमारा देवालय सा हो गया।

आपको देखकर ये निगाह रुक जाएंगी, 
ख़ामोशी अब हर एक बात कह जाएगी। 
पढ़ लो अब इन आँखों में अपनी मोहब्बत,
कसम से सारी कायनात इसे सुनने को थम जाएगी।

जो प्रेम गली में आया ही नहीं,
वो प्रीतम का ठिकाना क्या जाने। 
जिसने कभी प्रीत लगाई नहीं, 
वो प्रीत निभाना क्या जाने।।

 मीरा थी दीवानी मोहन की, 
संसार दीवाना क्या जाने। 
जिस दिल में न पैदा दर्द हुआ, 
वो पीर परायी क्या जाने।।

कैसे बताऊं तुम्हे दिल की बात, 
कि हर बात बताना नहीं आता। 
काश तुम समझ जाते आँखों की जुबाँ, 
कि मुझे लफ्ज़ों में समझाना नहीं।।

तमन्ना थी जो कभी अब हसरत बन गयी, 
कभी दोस्ती थी अब मोहब्बत बन गयी। 
कुछ इस तरह शामिल हुए तुम जिंदगी में, 
तुझे सोचते रहना मेरी आदत बन गयी।।

मेरी हर ख़ुशी हर बात तेरी है, 
सांसो में छुपी हयात तेरी है।
दो पल भी नहीं रह सकते तेरे बिन,
धड़कनों की धड़कती हर आवाज़ तेरी है।।

आँसू की बूँद को नूर कर दिया, 
तन्हा जीने को मज़बूर कर दिया।
ये कैसा खेल खेला तकदीर ने मेरे साथ,
जो दिल के करीब था उसे भी मुझसे दूर कर दिया।।

ना दुआ माँगा ना कोई गुजारिश की, 
ना कोई फ़रियाद ना कोई नुमाईश की।
पर जब भी झुका सर उस भगवान् के आगे, 
हमने ऐ सनम बस आपको पाने की ख्वाहिश की।

किसी खूबसूरत ग़ज़ल की तरह हो, 
गुज़रे कभी ऐसे पल की तरह हो।
मुलाकात होती रहे ये हमेशा,
ना फिर दूरी ये आजकल की तरह हो।। 

है वो संग-ऐ-मरमर की तरह, 
हसीं मेरा ताज उसकी नक़ल की तरह हो।

खोल दे पंख मेरे, कहता है परिंदा, 
अभी और उड़ान बाकी है। 
जमीं नहीं है मंज़िल मेरी,
अभी तो पूरा आसमान बाकी है।। 
लहरों की ख़ामोशी को समंदर की बेबसी मत समझ,
 ऐ नादान ! जितनी गहराई अंदर है,
बहार उतना तूफ़ान बाकी है।।

जिंदगी हर हाल में एक मुकाम मांगती है, 
किसी का नाम तो किसी से ईमान मांगती है। 
बड़ी हिफाज़त से रखना पड़ता है दोस्त इसे, 
रूठ जाये तो मौत का सामान मांगती है।।

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