Breakup emotional shayari
अमीर शहरों से ऊंचा वकार रखता हूं,
पराया होकर भी दिल मालदार रखता हूं।
मिले जो वक्त तो कर्जे वफ़ा चुका देना,
पर जा मैं अपनी मोहब्बत तुझपे उधार रखता हूं।।
सबको सब कुछ नहीं मिलता ...
समन्दर की हर लहर को साहिल नहीं मिलता।
यह दिलवालों की दुनिया है दोस्त...
किसी से दिल, तो कोई दिल से नहीं मिलता।।
किस्मत और लड़की धोका तो देती हैं।
पर जब साथ देती हैं तो दुनिया बदल देती हैं।
ऐसा सुना है लेकिन सच में ऐसा होता नहीं..
इस दुखभरी दुनिया में बार बार दगा देती है।
मुद्दतों बाद आज परेशां हुआ है दिल
ना जाने किस हाल में होगा मुझे भूलने वाला..।
हार गया हूं मैं अब तुझे पाने में भी और भुलाने में भी।
Heart touching emotional shayari
वो कितना मेहरबान था हम पर, हज़ारो ग़म दे गया।
हम कितने खुदगर्ज थे, कुछ न दे सके मोहब्बत के सिवा।
दिल से मेरी दुआ है कि खुश रहो तुम,
मिले न कोई गम ग़र जहाँ भी रहो तुम।
समंदर की तरह गहरा है दिल तुम्हारा,
सदा खुशियों से भरा रहे वो दामन तुम्हारा।।
लोग कहते हैं कि किसी एक के चले जाने से,
जिन्दगी अधूरी नहीं होती, लेकिन;
लाखों के मिल जाने से भी,
उस एक की कमी कभी पूरी नहीं होती है।
मोहब्बत में हमने क्या ना लूटा दिया।
उन्हें पसंद थी रोशनी हमने खुद को जला दिया ।
अगर तू चांद है तो ये चांद हमारा बनता है,
सितारों क्या हक नहीं कि ये हमारा बनता है।
और एक समय था जब हम भागते थे बोतलों से,
आज तो महफ़िल में पहला पेग हमारा बनता है।।
न हवाओं से होती है न फिजाओं से होती है।
इश्क करने वालों की किस्मत इतनी खराब होती है,
मोहब्बत भी होती हैं तो बेवफाओं से होती है।।
टूटकर जिसको चाहे उसके तो दिल बदल गए,
समुंदर तो वही था मगर साहिल बदल गए।
कत्ल तो हर बार हुआ किस्तों में मेरा,
कभी खंजर बदल गए तो कभी कातिल बदल गए।।
बेइज़्ज़ती का जवाब इतने इज़्ज़त से दो ! कि..
सामने वाला भी शर्मिंदा हो जाए !!
आग ही लगा दी हमने उन किताबों में, जिसमें..
लिखा था मोहब्बत सच्ची हो तो मिलती जरूर है।
मैं तो इस उम्मीद पे डूबा की तू बचा लेगा,
अरे अब इससे आगे मेरा इम्तिहान क्या लेगा।
मैं बुझ गया तो हमेशा के लिए बुझ ही जाउंगा,
कोई चिराग तो नहीं हूं मैं जो तू फिर जला लेगा।।
दोस्त भी क्या खूब वफाओं का सिला देते हैं ।
हर नये मोड़ पर जख्म एक नया देते हैं।।
तुमसे तो खैर घड़ी भर की ही मुलाकात रही।
लोग वर्षों की मोहब्बत को भी भूला देते हैं।।
अब तो वो हमे भूल ही गई ..
जो मेरे बिना एक पल भी नहीं रह सकती थी।
इस दिल की दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती है,
बड़ी मुश्किल से इसे ख़ुशी नसीब होती है।
किसी के पास आने पर ख़ुशी भले हो न हो,
पर दूर जाने पर इसे बड़ी तकलीफ होती है।।
वक़्त बदल देता है, आदतें भी और ख्वाहिशें भी।
वो अपने फायदे के खातिर फिर आ मिले थे हमसे ।
हम समझे कि हमारी दुआओं में असर बहुत है।
इश्क में टूटे हुए दिल की क्या हालत हुई होगी,
जब गज़ल की आवाज़ कानों में पड़ती होगी।
प्यार में नाकाम इंसान टूट के बिखर जाता होगा,
पर ये गज़ल उस पागल से वफा कर जाती होगी।।
दिल तोड़ दिया तो मेरी चिता भी जला देना,
ना मिले कफन तो दुपट्टा उढ़ा देना। ग़र ..
पूछे कि किस बीमारी का शिकार हो गया,
तो ना करना बहाना, बस प्रेम रोग बता देना।