Heart Touching Life Quotes
हासिल - ऐ - जिंदगी।
हसरतों के सिवा कुछ भी नहीं।।
ये किया नहीं..
वो हुआ नहीं।
ये मिला नहीं ... और वो रहा नहीं।।
जब दर्द हद से गुज़र जाता है,
तब इंसान रोता नहीं खामोश हो जाता
है.!
अब कौन आके मुझसे खिलौनों की ज़िद करे,
बच्चे जवां हुए तो बराबर के हो
गए।
हँसना तो संघर्षों में भी ज़रूरी है।
मैंने अपनी पीड़ा किसी को नहीं बताई,
क्योंकि मेरा मानना है कि ..
व्यक्ति में इतनी ताकत हमेशा होनी चाहिए कि
अपने दुख, अपने संघर्षों से अकेले जूझ सके।
मनुष्य कितना भी बड़ा क्यों न बन जाए,
उसे हमेशा अपना अतीत याद करते रहना चाहिए।
डिग्रियां तो आपके पढ़ाई के खर्चे की रसीदें हैं,
ज्ञान वही है जो आपके किरदार में झलकता है।
अच्छे शब्दों के प्रयोग से बुरे लोगों का भी दिल जीता जा सकता है।
"विश्वास व श्रद्धा में बड़ी शक्ति होती है"।
पढ़ाई चल रही है ज़िंदगी की,
अभी उतरा नहीं है बस्ता हमारा।
जब आप अपना समय बचाने के लिए पैसा खर्च करने लगें,
तब समझ लीजिए
कि आप अमीर बन गए हैं।
जीत के सौ बाप होते हैं और हार अनाथ होती है।
जिन लोगों के हाथ ताकत होती है,
उन लोगों के दिल में रहम नहीं होता।
“बुढ़ापे में कौन अपनी जवानी की भूलों पर दुखी नहीं होता?”
तुलसी साथी विपत्ति के, विद्या विनय विवेक।
साहस सुकृति सुसत्यव्रत, राम भरोसे एक॥
प्रकृति, समय और धैर्य ये तीन हर दर्द की दवा हैं।
सीने में जलन आँखों में तूफ़ान सा क्यूँ है,
इस शहर में हर शख़्स
परेशान सा क्यूँ है।
नदी किनारे खड़े होकर पानी को ताकते रहने से आप नदी पार नहीं कर सकते।
हम भी दरिया हैं, हमें अपना हुनर मालूम है।
जिस तरफ भी चल पड़ेंगे, रास्ता हो जाएगा।।
जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिए ज्ञान ।
मोल करो तलवार का, पड़ा रहन दो म्यान ॥
मनुष्यों द्वारा की गई अब तक की
सबसे बड़ी और महान खोज 'नैतिकता' ही है।
कल मैं चालाक था, इसलिए मैं दुनिया बदलना चाहता था, आज मैं बुद्धिमान हूँ, इसलिए मैं अपने आप को बदल रहा हूँ।
जो मनुष्य अपनी निंदा सह लेता है, उसने मानो सारे जगत पर विजय प्राप्त कर ली।
अगर आप हमेशा सामान्य बनने की ही कोशिश करते रहेंगे तो कभी नहीं जान पाएँगे कि आप कितने विशिष्ट हो सकते थे।
जीवन खुद को खोजने के बारे में नहीं है,
जीवन खुद के निर्माण के
बारे में है.!
“आदमी अगर धन या नाम के पीछे पड़ा है,
तो समझ लो कि अभी तक वह..
किसी परिष्कृत आत्मा के संपर्क में नहीं आया।”
लाली मेरे लाल की, जित देखूँ तित लाल,
लाली देखन मैं गयी,
मैं भी हो गई लाल..." ~ कबीरदास
"जो दूसरों की स्वाधीनता छीनते हैं,
वास्तव में कायर हैं।" -
अब्राहम लिंकन
दुनिया जिसे कहते हैं जादू का खिलौना है,
मिल जाए तो मिट्टी है खो जाए
तो सोना है!
भगवान कृष्ण का जीवन इस बात का भी साक्षी है कि जो प्रेम कर सकता है उसी को गीता भी सूझती है।
“बदलाव कभी दर्दनाक नहीं होता,
केवल बदलाव का विरोध दर्दनाक होता है.!"
चिंता से चतुराई घटे, दु:ख से घटे शरीर।
पाप से लक्ष्मी घटे, कह गये
दास कबीर।।
भूत पहले ही बीत चुका है,
भविष्य अभी तक आया नहीं
है।
तुम्हारे लिए जीने के लिए बस एक ही क्षण है।
बहुत कम लोग जानते हैं कि वो बहुत कम जानते हैं.!
मन का दुःख देह से भारी होता है.!
बढ़ रहा जब मैं लिए विश्वास यह,
पथ यह वीरान मेरा क्या करेगा?
सारे मानव-समाज को सुन्दर बनाने की साधना का ही नाम साहित्य है।
घर बाहर जाने के लिए उतना नहीं होता
जितना लौट कर वापस आने के लिए होता है.!
“सब नशों से ज्यादा तेज ज्यादा घातक धन का नशा है।”
“सब नशों से ज्यादा तेज ज्यादा घातक धन का नशा है।”
"जो विकट परिस्थिति में भी झुक कर हार नहीं मानते वो हारकर भी जीते होते हैं।"
धूप तो धूप है इसकी शिकायत कैसी;
अबकी बरसात में कुछ पेड़ लगाना साहब!
ये भी एक तरकीब है दुश्मन से लड़ने की;
गले लगा लो जिस पर वार नहीं कर
सकते!
"सभी प्रकार के भय से बदनामी का भय सबसे बड़ा होता है।" ~ आचार्य चाणक्य
आत्मज्ञान सभी ज्ञानों की जननी है।
जो पत्र लिखना नहीं जानता था,
दूसरे से लिखवाता था।
पर क्या वह वही
लिखवाता था,
जो लिखवाना चाहता था।।
लाख समझाया कि शक करती है दुनिया।
तू पास से गुज़र जाया कर, पर
मुस्कुराया ना कर।।
"स्वार्थ ही बुरे कर्मो के जन्म का कारण बनता है।"
"जिसके पास जितने विकल्प हैं,
सफलता उससे उतनी ही दूर है।"
मेरे भीतर इतना शोर है कि बोलना तक अपराध लगता है,
जबकि बाहर ऐसी स्थिति
है कि चुप रहे तो गए.!
वह जिसकी सहायता से हम सत्य को जान सकते हैं,
चंचल मन को
नियंत्रित कर सकते हैं और
आत्मा को शुद्ध कर सकते हैं, उसे ज्ञान
कहते हैं।
तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो,
क्या ग़म है जिसको छुपा रहे हो।
"तकलीफों से घबराओगे, तो निखर कैसे पाओगे।" - अज्ञात
संघर्षों की समर भूमि में, हमसे पूछो हम कैसे हैं,
कालचक्र के चक्रव्यूह
में, हम भी अभिमन्यु जैसे हैं।
"एक समय में एक काम करो और
ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें
डाल दो
और बाकी सब कुछ भूल जाओ।" - स्वामी विवेकानंद
परखना मत,
परखने में कोई अपना नहीं रहता ।
दुखों को साथ लिए बिना,
सुखों का पता नहीं मिलता।
मैं तो ग़ज़ल सुना के अकेला खड़ा रह गया,
सब अपने चाहने वालों में खो
गए।
"आदमी सब जगह से निराश होकर घर को ही लौटता है।" - अज्ञात
सुबह की छांव देखकर निराश होने वालों सुनो,
घर के कुछ हिस्सों में
धूप दोपहर में ही आती है।
दया धर्म का मूल है पाप मूल अभिमान।
तुलसी दया न छोड़िए, जब लग घट में
प्राण।।
मैं अपने घुटनों पर जीवन जीने के बजाय खड़े होकर मरना पसंद करूँगा।
कुछ दर्द हमें अकेले ही झेलने होते हैं,
ज़िंदगी का एकांत बाँटने कोई
नहीं आता.!
"ईश्वर अखरोट देता है, लेकिन फोड़कर नहीं।" - अज्ञात
कई बातें ऐसी होती हैं, जिन्हें शब्दों की सजा नहीं देनी चाहिए।
भीड़ से अलग निकालना ही है ज़िंदगी.!
"ये दुनिया सिर्फ़ उन्हीं लोगों का संघर्ष जानती है, जो सफल हो जाते हैं।" - अज्ञात
उसूलों पे जहाँ आँच आये टकराना ज़रूरी है,
जो ज़िन्दा हों तो फिर ज़िन्दा नज़र आना ज़रूरी है।
कोई प्यासा मर जाता है, कोई प्यासा जी लेता है।
कोई परे मरण-जीवन से कड़ुवा प्रत्यय पी लेता है।।
असली बड़ा आदमी वो होता है, जिससे
मिलने के बाद कोई ख़ुद को छोटा महसूस न करें.!